अमरेली: गुजरात के अमरेली जिले में अधिकतर किसानों ने खरीफ फसल में प्याज की खेती की. आम तौर पर, हर किसान को प्रति बीघा 300 से 400 मन (maunds) प्याज का उत्पादन मिलता है, लेकिन कागडडी गांव के प्रगतिशील किसान प्रागजीभाई अर्जनभाई ठेसिया ने प्रति बीघा 10 टन प्याज का उत्पादन किया है. बता दें कि सिर्फ छठी कक्षा तक पढ़े प्रागजीभाई ने 10 बीघा जमीन में खरीफ फसल में प्याज की खेती की, तो चलिए उनकी सफलता की कहानी जानते हैं…
खेती की विशेष विधि
लोकल 18 से बात करते हुए प्रागजीभाई ने बताया कि उनके पास 6 एकड़ जमीन है. उन्होंने प्याज की बुवाई से पहले हल्की जुताई की. इसके बाद जैविक खाद डाला गया और भूमि को समतल कर तैयार किया गया. फिर धारू वावड़िया तैयार किया गया और रोपाई की गई. उन्होंने बताया कि 1 बीघा में 10 टन उत्पादन हुआ, जबकि आम किसान को 300-400 मन (maunds) ही मिलता है.
कैसें करें प्याज की देखभाल
प्रागजीभाई ने बताया, ‘प्याज की बुवाई के समय धारू को फफूंदनाशक में 30 मिनट तक भिगोकर रोपाई की जाती है. सिंचाई के समय ग्लो कॉपर, सल्फर और अन्य दवाइयों व उर्वरकों का इस्तेमाल किया गया. इसके अलावा, बुवाई के बाद नियमित अंतराल पर उर्वरक जैसे डीएपी, यूरिया और जिंक कॉपर का छिड़काव किया गया. रोग नियंत्रण के लिए कृषि विज्ञान केंद्र की सिफारिशों के अनुसार दवा का छिड़काव किया गया.’
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प्रागजीभाई ने बताया कि उनके गांव और आसपास के किसान अच्छी देखभाल नहीं करते, जिसकी वजह से उन्हें 200-300 मन उत्पादन ही मिलता है. जबकि उन्हें 450-600 मन उत्पादन मिलता है. प्याज की कीमत 9000 से 15,000 रुपये प्रति टन है. सभी खर्चों को निकालने के बाद उन्हें प्रति टन 70,000 रुपये मिलते हैं. आम किसान को प्रति बीघा 20,000 रुपये का मुनाफा होता है, लेकिन प्रागजीभाई 50,000 रुपये अधिक कमा रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 18:50 IST