Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 01, 2025, 22:10 IST
Vaishali News : छपरा के दिघवारा प्रखंड के आमी गांव निवासी नरेंद्र सिंह उर्फ कुटुम जी के पास 1000 से अधिक फूल और दर्जनों आयुर्वेदिक पौधे हैं, जिनमें बासमती और रोजमैरी शामिल हैं।
बासमती का पौधा लगाकर किसी भी चावल में पत्ता डालकर ले सकते हैं बासमती का सुगंध
छपरा में कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें प्राकृतिक से काफी ज्यादा लगाव है. और ऐसे लोगों के पास कुछ खास पेड़ पौधा है. जो मेडिसिन के रूप में प्रयोग किया जाता है. ऐसे पौधा बहुत कहीं लोगों के पास रहता है. राहत भी है तो उस पौधे कि संबंध में जानकारी भी नहीं रहता है, जिसके वजह से उसका उपयोग नहीं लोग कर पाते हैं. लेकिन छपरा के दिघवारा प्रखंड अंतर्गत आमी गांव निवासी नरेंद्र सिंह के पास कुछ ऐसे आयुर्वेदिक पौधा हैं, जिस पौधे को आप कभी नहीं देखे होंगे, अगर देखें भी होंगे तो उसके संबंध में आपको जानकारी नहीं होगी. नरेंद्र सिंह उर्फ कुटुम जी फूल पौधा लगाने में महारत हासिल किए हैं. इनके पास 1000 से अधिक फूल का पौधा है. यही नहीं इनके पास एक दर्जन से अधिक आयुर्वेदिक पौधा भी है. जिसका उपयोग भी करते हैं. एक बासमती नाम का पौधा है.
लोकल 18 से नरेंद्र सिंह उर्फ कुटुम जी ने बताया कि शुरू से ही मुझे फूल पौधा लगाने का शौक रहा है. बताया कि मेरे पास एक बासमती नाम का पौधा है, जिस पौधे से दो पत्ता किसी भी चावल में बनाते समय डाल दिया जाए तो बासमती की तरह सुगंध आता है. बताया कि इसी तरह रोजमैरी का भी पेड़ मेरे पास है, जिसको हाथ से एक बार समेटने के बाद उसमें से सुगंध काफी अच्छा आने लगता है. जिससे आसपास के लोग खुशबू से प्रफुल्लित हो जाते हैं.
उन्होंने बताया कि मेरे पास तेज पत्ता, गोल मिर्च के साथ एक ही पेड़ में पांच कलर का मिर्च फलन करता हैं. ऐसा भी मेरे पास पेड़ है. बताया कि मेरे पास लगभग एक दर्जन से अधिक आयुर्वेदिक पौधा है. जो शायद ही किसी के पास है. बताया कि जहां जाता हूं वहां से एक पौधा जरूर लाकर अपने घर पर लगाता हूं. यही वजह है कि मेरे पास काफी ज्यादा फूल और आयुर्वेदिक पौधों का स्टॉक हो गया है.
First Published :
February 01, 2025, 22:10 IST