गरीबों का ये भोजन नहीं है किसी सुपरफूड से कम, जानें सही तरीके से खाने का तरीका

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Last Updated:January 12, 2025, 11:35 IST

Kodo Millet Benefits: कोदो बाजरा एक पौष्टिक सुपरफूड है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है. इसके सही इस्तेमाल से आपको कई सारे फायदे मिल सकते हैं. वहीं, अगर आपको अनाज से किसी तरह की कोई एलर्जी है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

कोदो बाजरा, जिसे पहले गरीबों का भोजन समझा जाता था, आजकल एक लोकप्रिय सुपरफूड बन चुका है. इसका श्रेय वैज्ञानिक शोध को जाता है, जिसने इसके अद्वितीय पोषण गुणों को उजागर किया. रीवा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव बताते हैं कि कोदो बाजरा पोषक तत्वों का खजाना है. हालांकि, इसके फायदे और संभावित नुकसान दोनों को समझना जरूरी है. आइए जानते हैं, इसे सही तरीके से कैसे बनाएं और खाएं.

कोदो बाजरा के फायदे
1. पोषक तत्वों का खजाना
कोदो बाजरा फाइबर, विटामिन बी, आयरन, कैल्शियम, और मैग्नीशियम से भरपूर होता है. यह शरीर की मांसपेशियों की मरम्मत, पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और कब्ज को रोकने में मदद करता है.

2. वजन घटाने में मददगार
इसमें मौजूद उच्च फाइबर सामग्री भूख को नियंत्रित करती है, जिससे कैलोरी का सेवन कम होता है. यह वजन प्रबंधन में सहायक है.

3. डायबिटीज के लिए फायदेमंद
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण कोदो बाजरा धीरे-धीरे ग्लूकोज रिलीज करता है, जिससे रक्त शर्करा नियंत्रित रहता है. यह मधुमेह रोगियों के लिए एक आदर्श विकल्प है.

4. हृदय स्वास्थ्य में सुधार
कोदो बाजरा में मैग्नीशियम और पोटैशियम भरपूर होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं.

5. ग्लूटेन-फ्री विकल्प
यह स्वाभाविक रूप से ग्लूटेन-फ्री होता है, जो सीलिएक रोग या ग्लूटेन असहिष्णुता से जूझ रहे लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है.

कोदो बाजरा के उपयोग के तरीके
दलिया: इसे दूध या पानी में पकाकर पौष्टिक दलिया तैयार करें.
रोटियां और ब्रेड: कोदो बाजरे के आटे का उपयोग कर रोटी या ब्रेड बनाएं.
सलाद: पके हुए कोदो बाजरा को सलाद में मिलाकर पोषण बढ़ाएं.
उपमा: सब्जियों और मसालों के साथ नमकीन उपमा तैयार करें.
खिचड़ी: दाल और सब्जियों के साथ कोदो बाजरा मिलाकर खिचड़ी बनाएं.
डोसा और इडली: दक्षिण भारतीय व्यंजन जैसे डोसा और इडली में बेस के रूप में इस्तेमाल करें.
कोदो बाजरा के संभावित नुकसान
1. गोइट्रोजेनिक प्रभाव
अन्य बाजरा की तरह, कोदो बाजरा में गोइट्रोजेनिक यौगिक होते हैं, जो थायरॉयड फंक्शन को बाधित कर सकते हैं. थायरॉयड रोगियों को इसे संयम से खाना चाहिए.

2. पाचन समस्याएं
ज्यादा मात्रा में सेवन करने से कुछ लोगों को गैस या पेट फूलने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. इसे धीरे-धीरे आहार में शामिल करें.

3. पोषण विरोधी तत्व
कोदो बाजरा में फाइटिक एसिड जैसे तत्व होते हैं, जो पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं. इसे भिगोने, किण्वित करने या अच्छी तरह पकाने से इन प्रभावों को कम किया जा सकता है.

सावधानियां
एलर्जी की जांच करें: अगर आपको अनाज से एलर्जी है, तो डॉक्टर से परामर्श लें.
क्रमिक उपयोग: इसे धीरे-धीरे आहार में शामिल करें.
सही तरीके से पकाएं: अधपके बाजरे से पाचन में समस्या हो सकती है.
विशेषज्ञ से परामर्श लें: किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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