गेहूं की खेती
Palamu News: यदि आप गेहूं की खेती करने का सोच रहे हैं, तो खास प्रभेदों को जानना बेहद महत्वपूर्ण है. सही प्रभेद का चयन क ...अधिक पढ़ें
- News18 Jharkhand
- Last Updated : November 27, 2024, 12:13 IST
पलामू. रवि सीजन में झारखंड बिहार में बड़े पैमाने पर गेहूं की खेती होती है.हालांकि, देश भर में गेहूं उत्पादन में झारखंड से पहले बिहार का स्थान आता है.मगर झारखंड के किसान भी गेहूं की खेती के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते है.अगर इस सीजन आप भी गेहूं की खेती करने की तैयारी कर रहे हैं, तो सबसे पहले जान लें कि कौन से प्रभेद ऐसे है, जो उत्पादन ज्यादा देता है.
दरअसल, झारखंड के किसान रासायनिक और ऑर्गेनिक दोनों के इस्तेमाल से गेहूं की खेती करते है,.जिससे उन्हे मुनाफा भी मिलता है.मगर अच्छा उत्पादन पाने के लिए किसानों को अच्छे प्रभेदों के बारे में जानना जरूरी है.इस रिपोर्ट में हम आपको बताते है कि कौन से ऐसे गेहूं के प्रभेद है, जो सामान्य से ज्यादा उत्पादन देते है.
झारखंड के पलामू जिले में स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र चियांकी के कृषि वैज्ञानिक डॉ० प्रमोद कुमार ने लोकल18 को बताया कि गेहूं के ज्यादा पैदावार के लिए किसानों को लंबे अवधि वाले प्रभेद का चयन करना जरूरी है.अगर किसान समय से इन प्रभेदो की बुआई करते हैं और ठीक तरीके से सिंचाई करते हैं, तो सामान्य से ज्यादा उत्पादन मिलता है.
ये प्रभेद है खास
कृषि वैज्ञानिक ने आगे कहा कि हमारे यहां बीज उत्पादन का भी कार्य होता है.ऐसे प्रभेदों पर भी काम किया जाता है, जो की किसानों के लिए फायदेमंद साबित होते है.इस इलाके में सिंचाई का बड़ा आभाव देखने को मिलता है.जिस कारण किसान अच्छा उत्पादन नहीं कर पाते है.मगर प्रभेद की जहां तक बात है DBW187, DBW39, बिरसा गेहूं 3, K1006, K9107, HD3226,WH1270 ऐसे प्रभेद है जो सामान्य से 10 से 15% अधिक उत्पादन देते है.
130 से 140 दिन में होगा तैयार
कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि ज्यादा उत्पादन देने वाले प्रभेद लंबे अवधि के होते हैं.अगर किसान को अच्छा उत्पादन चाहिए तो इन प्रभदों का चयन कर सकते हैं, जो की 130 से 140 दिन में तैयार होता है.जिससे किसान को लगभग 25 से 30 क्विंटल प्रति एकड़ तक उत्पादन मिलता है.इसे किसान अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच लगाते है तो समय से फसल तैयार होता है.
इस मशीन का करें इस्तेमाल
उन्होंने बताया कि धान वाले खेत में कटाई करने में विलंब हो रहा है, तो किसान जीरो टिलेज मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं.इससे किसानों का रोपाई करने में समय बचता है.किसानों को खेती के लिए खेत तैयार करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है और बीज दर भी कम लगता है.उत्तम प्रभेद का खेती करने के लिए किसानों को प्रति एकड़ 40 किलो तक बिक लगता है.
5 सिंचाई है जरूरी
उन्होंने कहा कि समय से ज्यादा उत्पादन पाने वाले गेहूं के लिए किसानों के कम-से-कम पांच सिंचाई करना बेहद जरूरी है.इसके लिए पहला सिंचाई किसानों को उचित नमी वाले खेतों में 25 दिन के अंदर करना चाहिए.इसके बाद किसानों को पौधा की अवस्था देखकर सिंचाई करना चाहिए.
Editer- Anuj Singh
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FIRST PUBLISHED :
November 27, 2024, 12:12 IST