Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 07, 2025, 13:24 IST
Lakhimpur Kheri: जिन किसानों ने गेहूं की फसल लगायी है उनका अब गेहूं को दूसरा पानी देने का यानी सिंचाई का समय हो गया है. दूसरी सिंचाई करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें वर्ना परेशानी में पड़ सकते हैं.
गेहूं का खेत
हाइलाइट्स
- गेहूं की दूसरी सिंचाई 40-45 दिनों के बीच करें.
- खेत में जलभराव से बचें, फसल की ग्रोथ प्रभावित होती है.
- सिंचाई के चार दिन बाद यूरिया का इस्तेमाल करें.
लखीमपुर खीरी. किसी भी फसल में सिंचाई का अहम रोल होता है और ये बात गेहूं पर भी लागू होती है. अगर आप गेहूं की खेती कर रहे हैं, तो सिंचाई की भूमिका बहुत जरूरी है. सही समय पर सिंचाई करने से पौधों की ग्रोथ तेजी से होती है और उपज भी अच्छी होती है. फरवरी के पहले सप्ताह में किसान गेहूं की अगेती फसल में दूसरी सिंचाई कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए. अगर लापरवाही हुई, तो फसल को भारी नुकसान हो सकता है.
क्या कहना है एक्सपर्ट का
कृषि वैज्ञानिक डॉ. एस.के. विश्वकर्मा के अनुसार, गेहूं की दूसरी सिंचाई 40 से 45 दिनों के बीच करनी चाहिए. सिंचाई करते समय ध्यान रखें कि खेत में कहीं भी पानी एक जगह इकट्ठा न होने पाए, क्योंकि जलभराव से फसल की ग्रोथ प्रभावित होती है और उत्पादन में कमी आ सकती है. इसलिए जरूरी है कि खेत में जलभराव से बचा जाए.
ज्यादा सिंचाई भी खतरनाक
ये भी याद रखें कि खेतों में ज्यादा सिंचाई से भी फसल को नुकसान पहुंच सकता है. पानी फसल के लिए जरूरी है लेकिन ज्यादा पानी से फसल बर्बाद हो सकती है. कारण ये है कि अत्यधिक सिंचाई करने से मिट्टी नरम हो जाती है, जिससे जड़ों की पकड़ ढीली हो सकती है. तेज हवा चलने पर फसल गिरने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे पैदावार में भारी गिरावट आ सकती है.
सिंचाई के चार दिन बाद करें ये
सिंचाई के चार दिन बाद गेहूं की फसल में यूरिया का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है, इससे पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है. अगर गेहूं की फसल पीली पड़ रही है, तो मैन्कोज़ेब दवा का इस्तेमाल करें. इससे फसल स्वस्थ बनी रहेगी और उत्पादन भी बढ़ेगा. गेहूं की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा होता है, इसलिए सही देखभाल और समय पर उचित उपाय करने से बेहतर उपज मिल सकती है.
Location :
Lakhimpur,Kheri,Uttar Pradesh
First Published :
February 07, 2025, 13:24 IST
गेहूं में दूसरा पानी लगाते समय इसका रखें ध्यान वर्ना बर्बाद हो जाएगी फसल!