भारतीय रिजर्व बैंक ने 5 साल बाद बड़ी खुशखबरी दी है। आरबीआई ने पांच साल में पहली बार प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट को घटा दिया है। आरबीआई एमपीसी की बैठक में रेपो रेट को 0.25 फीसदी घटाकर 6.25 फीसदी करने का फैसला लिया गया है। इससे अब दूसरे बैंक भी लोन पर ब्याज दरों को कम कर सकते हैं। इससे लोगों को सस्ता लोन मिलेगा और जीडीपी ग्रोथ में मदद मिलेगी। जिन लोगों ने फ्लोटिंग रेट पर लोन ले रखा है, उन ग्राहकों की लोन ईएमआई भी आने वाले समय में कम होने की उम्मीद है। हालांकि, जिन्होंने पहले से फिक्स्ड रेट पर लोन लिया हुआ है, उनकी ईएमआई जस की तस रहेगी।
बैंक कब घटाएंगे ब्याज?
बेसिक होम लोन के को फाउंडर एवं सीईओ अतुल मोंगा ने बताया, 'बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को इन फायदों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में कुछ समय लग सकता है, यह उनकी पॉलिसी और रेट साइकल पर निर्भर करेगा। इस फैसले से रियल एस्टेट सेक्टर को गति मिलेगी, लोग घर खरीदने और प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए आकर्षित होंगे। उम्मीद है कि जीडीपी में भी वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान बढ़ोतरी होगी। हालांकि, जीडीपी का बढ़ना आर्थिक स्थितियों, इन्फ्लेशन और डोमेस्टिक डिमांड पर भी निर्भर करता है।'
बैंक-1 | 50 लाख | 30 साल | 8.75% | 39,335 | 8.50% | 38,446 |
बैंक-2 | 50 लाख | 30 साल | 9.55% | 42,225 | 9.30% | 41,315 |
कितनी घट जाएगी EMI?
मान लीजिए आपने किसी बैंक से 8.75 फीसदी फ्लोटिंग रेट पर 30 साल के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ है। इस लोन में आपकी ईएमआई 39,335 रुपये बन रही होगी। रेट कट के बाद आपकी ब्याज दर घटकर 8.50 फीसदी पर आ सकती है, जिससे आपकी मंथली ईएमआई गिरकर 38,446 रुपये रह जाएगी। वहीं, अगर आपने यह लोन 9.55% रेट पर लिया हुआ है, तो 9.30% रेट हो जाने पर आपकी ईएमआई 42,225 रुपये से घटकर 41,315 रुपये पर आ जाएगी।