Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 27, 2025, 22:17 IST
Chitrakoot postulation quality contiguous successful hindi: बुधवार को मौनी अमावस्या का पर्व है, जिसे लेकर चित्रकूट में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. अमावस्या पर वैसे भी चित्रकूट में भीड़ लगती है लेकिन...
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चित्रकूट: प्रयागराज में महाकुंभ मेला जोर-शोर से चल रहा है. महाकुंभ मेले में संगम स्नान करने और मेला घूमने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु चित्रकूट भी पहुंच रहे हैं. इस बीच 29 जनवरी को मौनी अमावस्या भी है. अमावस्या के अवसर पर चित्रकूट का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. महाकुंभ से लौटे श्रद्धालुओं के साथ ही अमावस्या को लेकर भी काफी श्रद्धालु चित्रकूट पहुंच रहे हैं. इससे चित्रकूट में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा है. पूरे शहर में जाम की स्थिति बन गई है. प्रशासन औऱ ट्रैफिक विभाग लोगों के आवागमन को बेहतर बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.
मौनी अमावस्या के पहले ही उमड़ी भीड़
बुधवार को मौनी अमावस्या का पर्व है. इससे लोगों की भारी भीड़ प्रयागराज और चित्रकूट की तरफ जा रही है.आज सुबह से ही चित्रकूट में भक्तों का तांता लगा हुआ है. बड़ी संख्या में लोग प्राइवेट बसों और अपने निजी वाहनों से यात्रा कर रहे हैं. जिसके कारण शहर में जगह-जगह वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं.वही कई स्थानों पर लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे और उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
पैदल चलने को मजबूर श्रद्धालु
जाम की स्थिति इतनी विकट हो गई है कि प्रशासन को कई जगह ऑटो, कार और बस सहित अन्य वाहनों की एंट्री बंद करनी पड़ी. चित्रकूट के बेड़ी पुलिया चौराहे से ही लोगों को रामघाट तक पैदल जाना पड़ रहा है. इसके अलावा भी लोगों को कई तीर्थ और धार्मिक स्थलों तक पैदल जाना पड़ रहा है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैनात हैं. जनसैलाब इतना विशाल है कि व्यवस्थाओं पर लगातार दबाव बना हुआ है.
चित्रकूट में आस्था का माहौल
इस भीड़ के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है. यहां आने वाले लोग मंदाकिनी नदी में स्नान करने के साथ ही भगवान कामतानाथ का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही लोग चित्रकूट में चारों धाम भी कर रहे हैं. चारों धाम में उन्हें हनुमान धारा, गुप्त गोदावरी, सती अनसुइया और स्फटिक शिला घूमने का अवसर मिलता है.
दरअसल, भगवान राम ने अपने वनवास के चित्रकूट का हर कोना भक्ति और आस्था के रंग में रंगा हुआ है. चित्रकूट में श्रद्धालुओं का आने का सबसे बड़ा कारण यह है कि प्रभु श्री राम ने अपने वनवास काल का समय इसी पवन नगरी में बिताया था,हालांकि श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, इसके अलावा, पार्किंग और मेडिकल सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है.
Location :
Chitrakoot,Uttar Pradesh
First Published :
January 27, 2025, 22:17 IST