आर्थिक रूप से बदहाली झेल रहा पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे पर अनर्गल बयानों से बाज नहीं आ रहा है। भारत की ओर से साफ तौर पर कह दिया गया है जम्मू-कश्मीर (पीओके भी) भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। इसके बावजूद पाकिस्तान विभिन्न मंचों पर बार-बार कश्मीर का राग अलाप रहा है। अब पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर चीन के सामने गुहार लगाई है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की है और उनके सामने कश्मीर मुद्दे को उठाया है।
चीन-पाक ने जारी किया संयुक्त बयान
दरअसल, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी चीन के दौरे पर हैं। जरदारी ने यहां राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत के दौरान कश्मीर मुद्दे को उठाया है। दोनों देशों द्वारा जारी किए गए संयुक्त बयान में कहा गया- ‘‘पाकिस्तानी पक्ष ने चीनी पक्ष को जम्मू-कश्मीर की स्थिति के नवीनतम घटनाक्रम से अवगत कराया। चीनी पक्ष ने दोहराया कि जम्मू कश्मीर विवाद इतिहास की देन है और इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार उचित एवं शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए।’’
सहयोग बढ़ाएंगे चीन-पाकिस्तान
चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त प्रशिक्षण, अभ्यास और सैन्य प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की बात कही है। संयुक्त बयान में कहा गया- ‘‘दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि चीन और पाकिस्तान के बीच रणनीतिक रक्षा और सुरक्षा सहयोग क्षेत्र में शांति, स्थिरता और रणनीतिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दोनों पक्ष संयुक्त प्रशिक्षण, अभ्यास और सैन्य प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे।’’ (इनपुट: भाषा)