चीन ने बनाया ऐसा प्लान, पूरी दुनिया की अटकी गई सांस, थमने रही धरती की रफ्तार?

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Last Updated:January 12, 2025, 10:28 IST

NASA Alert: नासा ने चीन के थ्री गॉर्ज डैम को लेकर चेतावनी जारी की है. चीन इतने बड़े डैम का निर्माण कर रहा है, बड़ी मात्रा में धरती के पानी धरती के द्रव्यमान को पुनर्वितरित करने में सक्षम है. इसकी वजह से धरती का घूर्णन...और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • चीन के थ्री गॉर्जेस डैम से धरती की गति धीमी हो रही है.
  • डैम के कारण धरती का घूर्णन 0.06 माइक्रोसेकंड तक कम हो गया है.
  • चीन अब ब्रह्मपुत्र नदी पर विशाल डैम बनाने की योजना बना रहा है.

NASA Alert: एक पल के लिए सोचिए, अगर धरती रूक जाए तो… क्या होगा? सबकुछ थम जाएगा, दिन-रात नहीं होगी, पहाड़-पानी झरने सभी रूक जाएंगी. लेकिन, ऐसा होना बहुत ही मुश्किल लगता है. नासा ने एक चौंकाने वाला अलर्ट जारी करते हुए बताया कि धरती की रफ्तार थम रही है, प्रकृतिक रूप से नहीं बल्कि मानव के क्रिया के प्रभाव से. दरअसल, नासा ने बताया कि चीन के विशाल थ्री गॉर्जेस डैम की वजह से धरती की रफ्तार थम रही है. दरअसल, एक जगह विशाल मात्रा में पानी इकट्ठा करने की वजह से भार यानी कि द्रव्यमान में उलट फेर होने की वजह से धरती की -रफ्तार 0.06 माइक्रोसेकेंड तक कम हो गया है.

ऐसे तो मन में विचार आता है कि इतना कम प्रभाव (0.06 माइक्रोसेकेंड) की क्या ही प्रभाव रहेगा. यह मामूली ही तो है. मगर, ये आनेवाले समय में खतरे की अलर्ट हो सकता है. मानव की इच्छा कभी खत्म नहीं होने वाली है. थ्री गॉर्जेस डैम के बाद चीन अब ब्रह्मपुत्र नदी पर उससे भी विशालकाय डैम बनाने जा रहा है. चीन यारलुंग त्‍सांगपो नदी (ब्रह्मपुत्र) पर एक विशालकाय डैम बनाने जा रहा है. यह डैम पुराने थ्री गॉर्जेस डैम के 88 अरब मेगावट के मुकाबले 300 अरब मेगावाट बिजली पैदा करेगी?

धरती पर पानी का वितरण धूर्णन को प्रभावित करता है
साइंस की बात करें को धरती के सतह पानी के वितरण की वजह से इसकी धूर्णन गति प्रभावित होती है. अगर ध्रुवों पर ज्यादा पानी जमा होने से पृथ्वी के द्रव्यमान का पुनर्वितरण हो जाएगा. यह “जड़त्वाघूर्ण” (Moment of Inertia) को बढ़ा देगा. इससे धरती की चाल काफी तेज हो जाती है. अगर वहीं, धरती के भूमध्यरेखा पर पानी की जमा होता है तो धरती के द्रव्यमान में बदलाव की वजह से चाल यानी कि धूर्णन में काल में कमी हो जाएगा.

चीन के डैम से पृथ्वी की चाल पर प्रभाव
चीन अपनी टेक्नोलॉजी से लगातार प्रकृति के नियमों को चुनौती देता रहा है. पहले चांद, फिर सूर्य बना लिया है. उसके बाद यांग्त्ज़ी नदी पर 2012 में डैम बनाया, जिससे सलाना 88 अरब मेगावट बिजली पैदा किया जाता है. चीन द्वारा यांग्त्ज़ी नदी बांध के रास्ते से इतना पानी हटा दिए जाने से संतुलन बदल गया है, जिसके कारण पृथ्वी की घूर्णन गति धीमी हो गई है. नासा के वैज्ञानिक बेंजामिन फोंग चाओ के अनुसार, द्रव्यमान का यह पुनर्वितरण, हालांकि इसका परिणाम बहुत ही कम प्रभाव (एक दिन में 0.06 माइक्रोसेकंड की देरी) होता है, पृथ्वी की घूर्णन गति को बदलने के लिए पर्याप्त है.

इस डैम के बारे में जानते हैं
चीन का ये थ्री गॉर्जेस डैम एक मानव कला का शानदार उदाहरण है. यह यांग्त्ज़ी नदी से 185 मीटर (607 फीट) ऊपर है और 2 किलोमीटर (1.2 मील) से ज़्यादा फैला हुआ है. यह लगभग 40 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी स्टोर करने में सक्षम है. इतनी मात्रा में पानी की पर्यावरण पर भयंकर प्रभाव छोड़ने में सक्षम है. इसके पास इतनी क्षमता है कि यह घूर्णन को बदल सकता है.

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