हरियाणा के बिजली और परिवहन मंत्री अनिल विज का एक बार फिर दर्द छलका है। मंत्री अनिल विज ने कहा, चुनाव में मेरे अधिकारियों ने मेरे ही खिलाफ काम किया था। अब सौ दिन हो गए हैं, बदले न बदले अब फर्क पड़ने वाला नहीं है। हमारी पार्टी और सरकार सही से काम करे। इसके लिए मुख्यमंत्री को विधायकों, मंत्रियों और लोगों की सुननी चाहिए।'
अनिल विज से जब पूछा गया कि मुख्यमंत्री आपकी क्या नहीं सुन नहीं रहे हैं? तो इस सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि मैं बोल रहा हूं तो वह बात सुनें। कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह द्वारा उनकी सुनवाई वाले दावे की भी अनिल विज ने पोल खोल दी है।
अनिल विज ने कहा, 'उनकी सुनवाई होने लगी तो अच्छी बात है, मगर खुद 10 दिन पहले मुझे फोन कर बोले थे कि यमुनानगर के अधिकारी मेरी नहीं सुनते हैं। आप एक बार बोल दें।'
मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सवाल पर अनिल विज ने कहा, 'मैंने कुछ नहीं किया है। सरकारी कोठी नहीं ली है। केवल एक कार है। मेरे दोस्तों ने कहा कि कार छीन लेंगे। हम वह कार भी दे देंगे। मंत्री पद छीन लें तो छीन लें, MLA पद तो नहीं छीन सकते हैं।