Last Updated:February 03, 2025, 20:51 IST
Iran Missiles: ईरानी सेना के कमांडर ने कहा है कि दुश्मन उसे कमजोर समझने की भूल बिल्कुल ना करे. यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि उसने दो दिन पहले ही 1,000 किलोमीटर (600 मील) की रेंज वाली एक एंटी वॉरशिप-क्रूज मिस...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- ईरानी सेना ने 1,000 किमी रेंज वाली मिसाइल का परीक्षण किया.
- IRGC कमांडर ने दुश्मनों को ईरान की ताकत का एहसास कराया.
- ईरान ने मिसाइल उत्पादन और सटीकता में सुधार किया.
तेहरान. मिडिल-ईस्ट में इजरायल के साथ चल रही टेंशन और अमेरिका से दुश्मनी के बीच इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि आईआरजीसी के पास मौजूद मिसाइलें क्षेत्र में किसी भी दुश्मन को टारगेट कर उसे मिट्टी में मिला सकती है. सोमवार को तेहरान में एक साइंट्सिट कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए जनरल सलामी ने कहा कि दुश्मन हर पल आईआरजीसी एयरोस्पेस फोर्स की ताकत का एहसास कर सकता है.
उन्होंने कहा कि आईआरजीसी एयरोस्पेस फोर्स ने अपनी ताकत का केवल एक छोटा सा हिस्सा इस्तेमाल करके भी दुनिया के समीकरणों को बदल दिया है. कमांडर ने जनवरी 2020 में इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डे ऐन अल-असद पर आईआरजीसी द्वारा बदले की कार्रवाई में किए गए मिसाइल हमले का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी मिसाइलें क्षेत्र में दुश्मन के किसी भी लक्ष्य को मार सकती हैं और दुश्मन की मिसाइलों को मात दे सकती हैं.
उन्होंने कहा कि यह (मिसाइल) शक्ति हमारे बदला लेने की ताकत को मजबूत बनाती है. कमांडर ने आईआरजीसी कुद्स फोर्स की भी प्रशंसा की, जिसने दुश्मन को उसके रणनीतिक आश्रय से निकालकर मैदान में ला खड़ा किया, और कहा कि कुद्स फोर्स ने दुश्मन की ताकत को बड़े क्षेत्रों में समाप्त कर दिया है और उसे धीरे-धीरे कमजोर कर दिया है. सभी प्रकार के खतरों के साथ ईरान के टकराव की ओर इशारा करते हुए, जनरल ने हर घुसपैठ के रास्ते को रोकने और दिन-रात दुश्मनों से लड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया.
इससे एक दिन पहले 2 फरवरी को मेजर जनरल हुसैन सलामी ने कहा था कि आईआरजीसी नेवी लगातार अपने मिसाइल प्रोडक्शन को बढ़ा रही है, जिसमें रेंज और सटीकता दोनों में सुधार हो रहा है, साथ ही अपने तटीय रक्षा प्रणालियों के लिए रणनीतिक अंडरग्राउंड स्टोरेज बनाए रख रही है. आईआरजीसी के कमांडर-इन-चीफ, मेजर जनरल हुसैन सलामी ने बताया कि आईआरजीसी नेवी की क्षमताएं तेजी से बढ़ रही हैं, और इसका मिसाइल उत्पादन दर आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लगातार अपडेट हो रहा है.
First Published :
February 03, 2025, 20:51 IST