Last Updated:January 12, 2025, 11:08 IST
Ajit Pawar-Supriya Sule: सुप्रिया सुले और अजित पवार बारामती में कई महीनों बाद एक साथ एक मंच पर आए. इस दौरान दोनों में कोई बातचीत नहीं हुई. लेकिन एक ऐसी घटना घटी जिसके बाद अजित पवार ने एक कमेंट किया और सुप्रिया सुले भी अपनी...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- अजित पवार और सुप्रिया सुले एक मंच पर आए.
- एक बच्ची के गाने पर अजित पवार ने मजेदार टिप्पणी की
- सुप्रिया सुले भी अपनी हंसी नहीं रोक पाईं.
बारामती (पुणे) : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले कई महीनों बाद एक कार्यक्रम के लिए एक मंच पर आए. लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पहली बार सार्वजनिक मंच पर साथ आए दोनों भाई-बहन पर सबकी निगाहें थीं. लेकिन वे दोनों एक-दूसरे से बात करने से बचते रहे. हालांकि मंच पर एक ऐसी घटना घटी जिससे दोनों के बीच माहौल थोड़ा खुशनुमा हुआ.
सुप्रिया सुले और अजीत पवार के एक साथ आने का अवसर बारामती के अंजनगांव में केवी उप-केंद्र का उद्घाटन था. केवी उप-केंद्र का उद्घाटन अजीत पवार ने किया, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रिया सुले शामिल हुईं. किसी कार्यक्रम में जाकर अधिकारियों से जानकारी लेना, उन्हें कार्यक्रम के अनुसार निर्देश देना, उपस्थित बच्चों से बातचीत करना अजित पवार का स्वभाव है. बारामती में कार्यक्रम में आई छोटी बच्ची के बारे में अजित पवार ने जानकारी ली. छोटी बच्ची से बातचीत के दौरान अजित पवार ने उसका नाम और वह किस कक्षा में पढ़ती है, इसके बारे में सवाल पूछे. तभी दर्शकों ने छोटी बच्ची से गाने के लिए कहा.
अजित पवार को अपने सामने देखकर छोटी सी बच्ची ने तुरंत गाना शुरू कर दिया ‘हाय अंगावर खादी, संग काम लिस्ट, हमारे दादा की इतनी जोरदार एंट्री, हमारे दादा लाई रुबबदार…’ इस पर अजित पवार ने कहा, ‘आपके पाठ्यक्रम में ये नहीं होगा…” अजित दादा के इस कमेंट पर खुद सुप्रिया सुले भी अपनी हंसी नहीं रोक पाईं. वह अजित दादा के साथ हंसने लगी. अजित पवार की इस बेबाक टिप्पणी पर मौजूद लोगों ने भी हंसते हुए तालियां बजाईं.
एक-दूसरे के तरफ देखा भी नहीं
अजित पवार के पहुंचने से पहले सुप्रिया सुले कार्यक्रम स्थल पर आ गई थीं. अगले कुछ मिनटों में अजित पवार आ गए. अजित पवार ने सुप्रिया सुले के साथ लोगों का अभिवादन किया. उन्होंने केवी उपकेंद्र का उद्घाटन कर हॉल का भी उद्घाटन किया. करीब आधे घंटे के कार्यक्रम के दौरान भाई-बहन ने एक दूसरे की तरफ देखा तक नहीं.
पार्टी में विभाजन से पहले सुप्रिया सुले और अजित पवार के भाई-बहन के रिश्ते को राजनेता उदाहरण के तौर पर इस्तेमाल करते थे. सुप्रिया सुले भी अक्सर सार्वजनिक तौर पर अजित पवार के काम की तारीफ करती रहती हैं. वहीं अजित पवार ने भी संसद में दिए सुप्रिया सुले के भाषणों की तारीफ की और दर्शकों को गर्व से बताया. लेकिन लोग कह रहे थे कि विभाजन और उसके बाद की राजनीति के कारण बारामतीकरों को भाई-बहन के बीच की दरार की दोबारा झलक मिल गई है.