Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 03, 2025, 15:24 IST
Gwalior Trade Fair 2025: ग्वालियर व्यापार मेले में छोटू भैया का बाईस्कोप बीते समय की यादों को फिर से जीवंत कर रहा है. जहां बच्चे इस अनोखी तकनीक को पहली बार देख रहे हैं, वहीं बुजुर्ग अपने बचपन को दोबारा जी रहे ह...और पढ़ें
छोटू भैया 5G के जमाने में ग्वालियर व्यापार मेले में चलते हैं बाईस्कोप
हाइलाइट्स
- ग्वालियर मेले में बाईस्कोप बना आकर्षण का केंद्र.
- छोटू भैया का बाईस्कोप बच्चों और बुजुर्गों को लुभा रहा है.
- डिजिटल युग में भी बाईस्कोप का अनूठा आकर्षण बरकरार.
History of Bioscope: आज के डिजिटल युग में जहां लोग मोबाइल और 5G इंटरनेट पर फिल्में देखते हैं, वहीं ग्वालियर व्यापार मेले में एक अलग ही नजारा देखने को मिलता है. यहां छोटू भैया अपने बाईस्कोप के जरिए बच्चों और सैलानियों को पुरानी दुनिया की झलक दिखा रहे हैं.
बचपन की यादों से बाईस्कोप तक का सफर
छोटू भैया, जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं, पहले शिल्प बाजार में काम किया करते थे. लेकिन अपने बचपन की यादों को ताजा करते हुए उन्होंने बाईस्कोप को फिर से लोगों के बीच लाने का फैसला किया.
उन्होंने बताया कि बचपन में बाईस्कोप देखना बहुत मजेदार हुआ करता था और आज भी इसे देखने पर लोग उत्साहित हो जाते हैं. इसी सोच के साथ उन्होंने ग्वालियर व्यापार मेले में बाईस्कोप दिखाने का काम शुरू किया.
बाईस्कोप का इतिहास
बाईस्कोप की खोज का श्रेय जर्मनी के मैक्स स्क्लाडानोव्स्की और उनके भाई एमिल स्क्लाडानोव्स्की को जाता है, जिन्होंने 1895 में इस तकनीक को विकसित किया था.
पुराने जमाने में बाईस्कोप गांव-गांव घूमकर दिखाया जाता था.
गांवों में लोग इसे देखने के बदले गेहूं या आटा दिया करते थे.
शहरों में मात्र 5 पैसे या 10 पैसे में बाईस्कोप देखने को मिलता था.
आज के समय में जहां लोग मोबाइल स्क्रीन पर फिल्में देखते हैं, वहीं बाईस्कोप की यह पुरानी तकनीक बच्चों और युवाओं के लिए रोचक और ऐतिहासिक अनुभव बन गई है.
ग्वालियर मेले में बाईस्कोप बना आकर्षण का केंद्र
छोटू भैया का कहना है कि उन्होंने कुछ नया करने के उद्देश्य से बाईस्कोप को दोबारा शुरू किया और उनका यह प्रयोग सफल रहा.
उनकी दुकान पर हर दिन सैकड़ों बच्चे और पर्यटक बाईस्कोप देखने आते हैं. लोग पुरानी दुनिया की फिल्मों और चित्रों को देखकर रोमांचित होते हैं. बच्चों को यह जानकर आश्चर्य होता है कि पुराने जमाने में इस तकनीक का उपयोग कैसे किया जाता था. छोटू भैया का बाईस्कोप ग्वालियर व्यापार मेले में एक अनोखा आकर्षण बन गया है, जो पुरानी यादों को ताजा कर रहा है और नई पीढ़ी को इतिहास से जोड़ रहा है.
Location :
Gwalior,Madhya Pradesh
First Published :
February 03, 2025, 15:24 IST