CM नीतीश का PM मोदी को 292 शब्दों वाला 'बिग थैंक्यू', सियासी सबब जानते हैं आप!

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Agency:News18 Bihar

Last Updated:February 03, 2025, 18:13 IST

Bihar Politics News: केंद्रीय बजट में बिहार के लिए बड़ी सौगातों के बाद सीएम नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है. सोशल मीडिया में 292 शब्दों के पोस्ट के माध्यम से केंद्र की सौगातों पर धन्यवाद के ...और पढ़ें

CM नीतीश का PM मोदी को 292 शब्दों वाला 'बिग थैंक्यू', सियासी सबब जानते हैं आप!

सीएम नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट में बिहार को मिली सौगातों पर पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.

हाइलाइट्स

  • आम बजट में बिहार को मिली बंपर सौगातों की घोषणा से गदगद नीतीश कुमार.
  • पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को धन्यवाद के लिए लिखा लंबा फेसबुक पोस्ट.
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लंबे पोस्ट को राजनीति के चश्मे से देख रहे जानकार.

पटना. केंद्रीय बजट में बिहार को कई बड़ी सौगातें मिलीं तो इन सौगातों के बीच सियासत की लाइनें भी पढ़ी जाने लगीं. सबसे पहले दिल्ली में कांग्रेस नेताओं ने बजट की तारीफ की तो बिहार में महागठबंधन के मतभेद उभर कर आए. क्योंकि, तेजस्वी यादव और राजद ने खुले तौर पर बजट की आलोचना की थी. जाहिर तौर पर बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और राजद के बीच की दूरी साफ दिखी. इसके बाद बारी आई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की. उन्होंने स्वयं और उनकी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहार की बल्ले बल्ले करने पर दिल खोलकर बधाई दी. सीएम नीतीश कुमार ने फेसबुक पर 292 शब्दों का बड़ा पोस्ट लिखा और और पीएम मोदी को बिहार को मिली सौगातों के लिए धन्यवाद दिया. अब नीतीश कुमार के इतने लंबे पोस्ट के माध्याम से पीएम मोदी को धन्यवाद देने के सियासी मायने भी निकले जाने लगे.

राजनीति के जानकारों की नजर में इस एक पोस्ट के बड़े सियासी सबब हैं. इसको गहराई से समझेंगे तो इसका एक सिरा आगामी विधानसभा चुनाव से भी जुड़ता है. दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार दोनों यह संदेश देना चाहते हैं कि बिहार के विकास के लिए मोदी-नीतीश का साथ होना जरूरी है. ऐसे में राजनीति के जानकारों की नजर से बजट के लिए सीएम नीतीश कुमार का 292 शब्दों का पोस्ट बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कनेक्शन पढ़ना भी आवश्यक है.

मोदी-नीतीश की जोड़ी का मैसेज
वरिष्ठ पत्रकार अशोक शर्मा कहते हैं कि वर्तमान भारतीय राजनीति की तस्वीर अभी आप देखेंगे तो किसी एक जोड़ी के सियासी वजन जानना चाहेंगे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी तमाम सियासी जोड़ियों पर कहीं भारी पड़ती है. बिहार राजनीतिक रूप उर्जावान और सक्रिय प्रदेश है. बिहार प्रदेश के सियासी हालात का असर पूरे देश की राजनीति पर पड़ता है. ऐसे में निश्चित तौर पर इस बजट को लेकर जिन शब्दों में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को धन्यवाद किया है इससे यह मैसेज देने की कोशिश की है कि यह दोनों जोड़ी इंटैक्ट है और आगे कई वर्षों तक यह जोड़ी प्रदेश के विकास के लिए काम करती रहेगी. जाहिर तौर पर इसका प्रभाव बिहार की जनता के जनमानस पर भी पड़ेगा.

बिहार में डबल इंजन सरकार का संदेश
अशोक शर्मा कहते हैं कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी एक करीब 292 शब्दों के पोस्ट से यह बताने की कोशिश की है कि बिहार में डबल इंजन की सरकार कितनी जरूरी है. बगल के झारखंड के उदाहरण को भी इंगित किया जा सकता है, क्योंकि इस बार के बजट में झारखंड के हाथ कुछ खास नहीं लगा. यह कहा जा सकता है कि वहां एनडीए की सरकार नहीं है तो इसका खामियाजा झारखंड को उठाना पड़ा. वहीं, बिहार की बात करें तो बजट में जिस तरह से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी पहनी और सीधे तौर पर सियासी संदेश दिया. उन्होंने मैसेज दिया कि बिहार से केंद्र सरकार का मोदी सरकार का बेहद ही गहरा नाता है. ऐसे भी बीच-बीच में मोदी सरकार ने यह लगातार स्थापित करने की कोशिश की है कि अगर डबल इंजन की सरकार रही तो बिहार का चहुमुंखी विकास होता रहेगा. दरभंगा एयरपोर्ट, दरभंगा एम्स, बिहटा आईआईटी का विस्तारीकरण, मखाना बोर्ड का गठन, और फूड इंडस्ट्री के लिए इंस्टीट्यूट जैसे बड़े प्रोजेक्ट बिहार को देकर पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया है कि बिहार का विकास जरूरी है तो मोदी के साथ नीतीश भी जरूरी है.

चुनाव में एनडीए की एकजुटता दिखती रहे
बकौल अशोक शर्मा हाल के दिनों में जिस तरह से महागठबंधन में कांग्रेस और राजद के बीच में कई मुद्दों पर मतभेद उभर कर आए हैं. वहीं, नीतीश कुमार ने हर मोर्चे पर मोदी सरकार का समर्थन किया है. मोदी सरकार ने भी नीतीश कुमार के मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखा है और पूरी तरह से एनडीए के इंटैक्ट दिखने की कवायद की जाती रही है. चाहे चिराग पासवान हो या फिर जीतन राम मांझी, इन दोनों ने नेताओं और इनकी पार्टियों ने भी समय-समय पर नीतीश कुमार के नेतृत्व को मना है और लगातार आगामी विधानसभा चुनाव के बाद भी मुख्यमंत्री बनाने की बात पर हामी भरी है. बीजेपी तो लगातार कह भी रही है कि नीतीश कुमार ही बिहार में एनडीए के फेस हैं.

सीएम नीतीश कुमार के फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.

विशेष राज्य पर आरजेडी के हमले की काट
वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय कहे हैं कि, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जदयू लगातार आवाज बुलंद करता रहा है. अब जब एनडीए की सरकार में जेडीयू शामिल है तो नीतीश कुमार पर यह दबाव भी है कि विशेष राज्य का दर्जा बिहार को दिलवाये. महागठबंधन की ओर से कांग्रेस और आरजेडी लगातार इस बात को लेकर नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा करती रही है. ऐसे में जब केंद्र सरकार ने पहले ही मना कर दिया है कि विशेष राज्य का दर्जा बिहार को फिलहाल के प्रावधानों में नहीं दिया जा सकता तो जेडीयू के पास इसका सटीक जवाब नहीं है. वहीं, दूसरी ओर इसके बदले बिहार को विशेष पैकेज की बात होती रही है और बिहार के विकास के लिए लगातार बड़े प्रोजेक्ट्स केंद्र सरकार की ओर से दिए भी जा रहे हैं. निश्चित तौर पर 292 शब्दों के पोस्ट में नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के खाका खींचने के लिए जिस तरह से मोदी सरकार की तारीफ की है, वह विशेष राज्य के मुद्दे पर राजद के हमले की काट के तौर पर भी देखा जा रहा है.

2025 से 30…फिर से नीतीश का नारा बुलंद रहे
रवि उपाध्याय कहते हैं,  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार की तारीफ कर स्वयं के लिए बिहार में सेफ पोजिशन पर बने रहने की जुगत लगाई है. दरअसल, बीते दिनों नीतीश कुमार के चेहरे को लेकर भाजपा के नेताओं ने भी कुछ ऐसे बयान दिए थे जिससे एनडीए में थोड़ी खींचतान की तस्वीर बन रही थी. लेकिन, बाद के दिनों में बीजेपी ने भी इस स्थिति को संभाला और नीतीश कुमार के नाम पर अपनी सहमति खुल कर दी. फिर जीतन राम मांझी और चिराग पासवान दोनों की ओर से भी नीतीश कुमार को चेहरा माना गया. अब जदयू लगातार यह नारा बुलंद कर रहा है कि ‘2025 से 30… फिर से नीतीश’, यह नारा बुलंद रहे इसके लिए जरूरी है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की तारीफ भी करते रहे. दरअसल, एकमात्र पीएम मोदी का समर्थन नीतीश कुमार के नाम पर अगर मिलते रहे तो फिर एनडीए में उनके (सीएम नीतीश कुमार) फेस को लेकर कहीं कोई कंफ्यूजन नहीं रहेगा.

महागठबंधन को बैकफुट पर रखने की कवायद
वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय कहे हैं कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पीएम मोदी को थैंक्यू मैं एक बड़ा मैसेज महागठबंधन की सियासत को बैकफुट करने का भी है. जिस तरह से तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टायर्ड और रिटायर्ड कह रहे हैं, और अपने आप को भविष्य का राजनेता बता रहे हैं, इस नरैटिव को काउंटर करने की भी एक कवायद है. दरअसल, नीतीश कुमार के थैंक्यू के शब्दों में पीएम मोदी की तारीफ के बहाने बिहार के विकास की लकीर को खुद के बूते खींचने और आगे ले जाने की एक बड़ी कवायद है. नीतीश कुमार ने यह भी बताने की कोशिश की है कि उनके रहते बिहार में ऐसे प्रोजेक्ट्स आते रहेंगे और जब तक मोदी-नीतीश की जोड़ी और केंद्र में जेडीयू के साथ वाली एनडीए की सरकार बनी रहेगी, बिहार की आवाज भी बुलंद होती रहेगी और उसको सुना भी जाता रहेगा. बिहार के विकास के लिए नीतीश भी जरूरी, मोदी भी जरूरी और एनडीए की सरकार भी जरूरी.

First Published :

February 03, 2025, 18:13 IST

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