जिस गांव में पीने का पानी नहीं...वहां हम अपनी बेटी कैसे ब्याह दें? अब...

2 hours ago 1

Agency:News18 Rajasthan

Last Updated:February 02, 2025, 15:19 IST

Barmer News : बाड़मेर के अकली गांव में नर्मदा नहर आधारित पेयजल परियोजना से हर घर में पानी पहुंचा, जिससे गांव की पानी की समस्या खत्म हो गई. अब गांव के लोग बेहद खुश हैं और रिश्तों में भी सुधार हुआ है.

X

हर

हर घर नल से पहुँचा पानी

हाइलाइट्स

  • अकली गांव में नर्मदा नहर से हर घर में पानी पहुंचा.
  • गांव की पानी की समस्या खत्म, लोग खुश.
  • रिश्तों में सुधार, अब गांव में बेटियों के रिश्ते हो रहे हैं.

बाड़मेर. जब कभी भी बेटे के रिश्ते के लिए किसी गांव में बात करते थे तो इस गांव के लोगों को अधिकतर ना का ही सामना करना पड़ता था कारण था इस गांव में पानी की कमी. अब बरसों बाद इस गांव के हर घर मे नल से नर्मदा का नीर पहुंचा है और इस गांव के लोग बेहद खुश है कि बरसों की इस समस्या का हमेशा-हमेशा के लिए खात्मा हो चुका है.

हम बात कर रहे है भारत पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे बाड़मेर जिले के आखिरी गांव अकली की. मुनाबाव रेलवे स्टेशन से 4 किलोमीटर और सरहद से कंधा लगने वाले इस गांव में पानी की कमी और पेयजल के लिए लंबा संघर्ष देखा है और यह संघर्ष इनके यहां रिश्तेदारी में भी सबसे बड़ी अड़चन बना करता था. अकली गांव की 60 साल की बुजुर्ग झिमा देवी बताती है कि जब भी रिश्ते की बात करने जाते थे तो साफ इंकार मिलता था. लोग कहते थे कि जिस गांव में पीने का पानी ही नहीं है वहां अपनी बेटी कैसे दे?

पेयजल के लिए यहां के लोग पारम्परिक बेरियों पर निर्भर थे और उसके लिए भी कड़ी मेहनत और घण्टों का इंतजार इनकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा था. गांव के भारथा राम बताते है कि जिन गांवो में सरकारी पेयजल आपूर्ति थी उन गांव के लोग अकली में अपनी बेटियों के रिश्ते नहीं करते थे ऐसे में उन्हें अकली सरीखी स्थिति वाले केरकोरी, सुंदरा, रोहिड़ी, ख़बडाला, बच्चियां, बाड़मेरवाला जैसे गांवों में ही रिश्तेदारी करनी पड़ती थी.

अकली जैसे हालत वाले गांव में रिश्तेदारी आसानी से हो जाती थी. अकली के उकाराम बताते है कि नर्मदा के पानी आने की खुशी को शब्दों में बयान नही किया जा सकता है. अकली गांव नर्मदा नहर आधारित पेयजल परियोजना के अंतिम छोर से जुड़ा गांव है. नर्मदा नहर आधारित पेयजल परियोजना के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सोनाराम बेनीवाल बताते है कि जल जीवन मिशन के तहत देश की आजादी के बाद पहली बार इस गांव में हर घर नल से जल पहुंचा है.

अकली गांव की बाजू पाकिस्तान से लगती है और अब तक पूरा गांव बेरियों के पानी पर ही निर्भर था, जिसकी गुणवत्ता बेहद खराब थी जिसके चलते लोगों में कई तरह की बीमारियां भी हमसफ़र बन चली थी. अकली 601 करोड़ की नर्मदा नहर आधारित पेयजल परियोजना का आखिरी गांव है. गांव में मार्च 2024 में इस प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ और बीते दिनों पूरे गांव के हर घर को नल और जल से जोड़ दिया गया है. नर्मदा के नीर ने गुजरात के सरदार सरोवर डेम से अकली गांव तक पहुंचने में 700 किलोमीटर का सफर तय किया है. अकली में शुद्ध पेयजल पहुंचने के बाद अकली गांव के ललाट पर लिखा गया अभावग्रस्त गांव का दाग हमेशा-हमेशा के लिए मिट गया है जोकि बेहद सुखद है.

Location :

Barmer,Rajasthan

First Published :

February 02, 2025, 15:19 IST

homerajasthan

जिस गांव में पीने का पानी नहीं...वहां हम अपनी बेटी कैसे ब्याह दें? अब...

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article