Last Updated:January 19, 2025, 14:38 IST
Kolkata Rape Case: आरजी कर अस्पताल रेप केस में संजय रॉय को दोषी करार दिया गया. सीबीआई को इस केस में शानदार प्रदर्शन का क्रेडिट मिला. उधर कोलकाता पुलिस संजय रॉय को 24 घंटे में अरेस्ट करने के बावजूद खाली हाथ रह गई.
हाइलाइट्स
- आरजी कर अस्पताल रेप केस में संजय रॉय दोषी करार.
- कोलकाता पुलिस ने 24 घंटे में आरोपी को किया था गिरफ्तार.
- कोर्ट ने सीबीआई जाँच के बाद सुनाई फैलसा.
नई दिल्ली. कोलकाता की डॉक्टर बिटिया के साथ आरजी कर अस्पताल में दोषी संजय रॉय ने जो कुछ किया, उसकी सजा सोमवार को अदालत उसे दे देगी. इसी बीच कोलकाता पुलिस और उसके लीगल सिस्टम के दिल में इस मामले में काफी कसक रह गई है. ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि आरोपी संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने अरेस्ट किया था. कोर्ट का नतीजा आने के बाद पूरे कस का क्रेडिट सीबीआई ले गई. मामले में जब तूल पकड़ा तब कोलकाता पुलिस की जमकर किरकिरी हुई थी. इसी बीच कोलकाता हाईकोर्ट ने मामले को सीबीआई को सौंप दिया था.
कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने डॉक्टर बिटिया को न्याय मिलने के बाद अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर ‘सत्यमेव जयते’ लिखा. कुछ पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ चलाए गए नकारात्मक अभियान की आलोचना की. कई अफसरों ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से डॉक्टर बिटिया को इंसाफ दिलाने का प्रयास किया. अंत में उनके द्वारा संजय रॉय के खिलाफ बनाया गया केस ही सही साबित हुआ. एक पुलिसकर्मी ने ऑनलाइन पोस्ट किया, “हमें पता था कि रॉय के खिलाफ सबूत मजबूत थे और अंत में न्याय की जीत होगी.”
कोलकाता पुलिस की थ्योरी पर कोर्ट की मुहर
सुप्रीम कोर्ट में पश्चिम बंगाल सरकार के वरिष्ठ वकील संजय बसु ने इस मामले में अपनी दलीलें कोर्ट में दी थी. उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, “कोलकाता पुलिस ने अपराध स्थल के सीसीटीवी फुटेज, जब्ती और दर्ज किए गए बयानों की गहन जांच के बाद घटना के 24 घंटे के भीतर आरोपी को पकड़ने के लिए तत्परता के साथ काम किया.” दरअसल, पुलिसकर्मियों को लगता है कि इस मामले में डॉक्टर बिटिया को तो इंसाफ मिल गया है लेकिन उनके साथ लोगों ने इंसाफ नहीं किया. अंत में कोर्ट ने उनकी जांच पर मोहर लगाते हुए उसी व्यक्ति को सजा दी, जिसे कोलकाता पुलिस ने अरेस्ट किया था.
First Published :
January 19, 2025, 14:38 IST