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Deoli Uniara Upchunav Result: बागी और थप्पड़ कांड के आरोपी नरेश मीणा ने जब्त कराई कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत!
दौलत पारीक.
टोंक. टोंक जिले के देवली उनियारा सीट के लिए हुआ उपचुनाव थप्पड़ कांड के बाद हॉट सीट में बदल गया था. उपचुनाव की वोटिंग के दौरान समरावता गांव में एसडीएम को थप्पड़ मारने के आरोपी नरेश मीणा ने आखिरकार इस चुनाव में अपना जलवा दिखा ही दिया. कांग्रेस से बगावत कर चुनाव मैदान में कूदे नरेश मीणा ने कांग्रेस प्रत्याशी केसी मीणा की जमानत जब्त करवा दी. उपचुनाव में नरेश मीणा ने कांग्रेस प्रत्याशी से डबल वोट लिए हैं.
निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देवली उनियारा में बीजेपी प्रत्याशी राजेन्द्र गुर्जर ने कांग्रेस के बागी नरेश मीणा को 40 हजार 914 वोटों से शिकस्त दी है. राजेन्द्र गुर्जर को राजेंद्र गुर्जर को 1 लाख 259, निर्दलीय नरेश मीणा को 59345 और कांग्रेस प्रत्याशी केसी मीणा को 31138 वोट मिले हैं. यहां नरेश मीणा की बगावत के बाद पूरी कांग्रेस मिलकर 31385 वोट ही जुटा पाई. लिहाजा जमानत बचाने के लिए भी 1689 वोट कम पड़ गए.
कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन भरवाने आए थे तमाम बड़े नेता
सचिन पायलट के प्रभाव वाले इलाके में यहां के बड़े नेता कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत तक नहीं बचा पाए. जबकि केसी मीणा का नामांकन दाखिल करवाने के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और टोंक-सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीणा समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता जुटे थे. उसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी यह हालत अब सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है.
बगावत निष्कासन और जमानत जब्त
दरअसल माना जा रहा है कि कांग्रेस पहले तो नरेश मीणा की बगावत को नहीं संभाल पाई. फिर उनको पार्टी से निष्कासित कर उनके समर्थकों को नाराज कर दिया. वोटिंग के दिन दोपहर में समरावता गांव में हुए थप्पड़ कांड के बाद कांग्रेस और मीणा समाज के वोट सहानुभूति के चलते नरेश मीणा की की ओर शिफ्ट हो गए. थप्पड़ कांड के बाद करीब पांच घंटे तक वोटिंग हुई थी. उसी दौरान पासा पलट गया और कांग्रेस के पास जमानत बचाने लायक भी वोट नहीं बचे.
Tags: Assembly by election, Political news
FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 12:04 IST