Last Updated:February 04, 2025, 16:48 IST
Migration successful Metro City : केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि महंगाई के बावजूद दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों में ग्रामीण इलाकों से पलायन एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. इसका बड़ा कारण बेरोजगार है.
हाइलाइट्स
- बेरोजगारी और गरीबी से महानगरों की ओर पलायन बढ़ा.
- ग्रामीण भारत में रोजगार बढ़ाना जरूरी.
- एथनॉल उत्पादन से किसानों की आय बढ़ेगी.
नई दिल्ली. दिल्ली-मुंबई, बैंगलोर जैसे शहरों में कमरतोड़ महंगाई होने के बावजूद आखिर गांवों से लोग क्यों महानगरों में भाग रहे हैं. यह सवाल अक्सर लोगों के मन में उठता है, लेकिन केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज इस सच्चाई का खुलासा कर ही दिया. उन्होंने कहा कि गरीबी और बेरोजगारी के कारण बहुत से लोग ग्रामीण इलाकों से दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर जैसे महानगरों की ओर पलायन कर रहे हैं.
नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा कि लोग शहरी इलाकों की ओर इसलिए भी पलायन कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनी कृषि उपज का उचित दाम नहीं मिल रहा है. बेरोजगारी और गरीबी के कारण ग्रामीण भारत से शहरी भारत की ओर बहुत अधिक पलायन हो रहा है. यही कारण है कि आज हम दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और बैंगलोर जैसे महानगरों में बहुत सारी समस्याएं देख रहे हैं. इससे बचने के लिए हमें ग्रामीण भारत में ही संभावनाएं तलाशनी होंगी.
ऑटो उद्योग बढ़ाएगा किसानों की कमाई
राजमार्ग मंत्री ने कहा कि भारत में ‘फ्लेक्स इंजन’ वाले वाहन आ रहे हैं और देश में एथनॉल पंप खोले जा रहे हैं, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी. इस क्षेत्र में काम करके हम कृषि को सहायता दे सकते हैं. पहले हम किसानों को ‘अन्नदाता’ कहते थे, लेकिन हमारी सरकार ने किसानों को ‘ऊर्जादाता’ भी बना दिया है. हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन बताते हुए गडकरी ने कहा कि हम हाइड्रोजन ईंधन का बड़ा निर्यातक बनना चाहते हैं.
ग्रामीण भारत में रोजगार बढ़ाना जरूरी
गडकरी ने कहा कि शहरों में बढ़ती आबादी को रोकने के लिए ग्रामीण भारत में ही रोजगार के अवसर पैदा करने जरूरी हैं. आज भी भारतीय कृषि क्षेत्र देश में सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र बना हुआ है. लेकिन, इसमें युवाओं को आकर्षित करने की क्षमता नहीं है. कृषि क्षेत्र को भी आधुनिक बनाने की जरूरत है, ताकि युवाओं को भी इसमें शामिल किया जा सके.
एथनॉल उत्पादन से जुड़े किसान
नितिन गडकरी ने कहा कि किसानों को ऊर्जा सेक्टर में योगदान बढ़ाना चाहिए. देश में एनर्जी की डिमांड लगातार बढ़ रही है. चाहे सोलर एनर्जी की बात हो या फिर एथनॉल उत्पादन से जुड़ी फसलों की, किसान चाहें तो अपनी आमदनी बढ़ाने का जरिया आराम से खोज सकते हैं. गन्ना उत्पादन से लेकर मक्का और अन्य चीजों का इस्तेमाल भी एथनॉल बनाने में किया जा रहा है. लिहाजा किसान चाहें तो इसका फायदा उठाकर अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 04, 2025, 16:48 IST