नई दिल्ली: फर्जी कागजात के आधार पर वोटर आईडी कार्ड बनवाने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। निर्वाचन रजिस्ट्रेशन अधिकारी (ERO) की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। शिकायत की जांच में दो लोगो को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 30 दिसंबर 2024 को प्रकाश में आया, जिसके बाद निर्वाचन रजिस्ट्रेशन अधिकारी (ईआरओ), विधानसभा क्षेत्र-09 (किरारी) ने प्रेम नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि पांच लोगों ने नए वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन किया था, जिनमें से कुछ के दस्तावेज फर्जी पाए गए। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर संख्या 771/24 दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की। जांच में पाया गया कि जुबैर, जो रमेश एन्क्लेव का रहने वाला है, ने अपने आधार कार्ड का उपयोग कर नया वोटर आईडी कार्ड बनवाने की कोशिश की। हालांकि, उसके आधार कार्ड में आवासीय पते के साथ छेड़छाड़ की गई थी। यह भी पता चला कि जुबैर ने अपने मूल दस्तावेज नादिम को सौंपे थे, जिसने आधार कार्ड के पते में बदलाव किया। पुलिस ने ज़ुबैर और नदीम को गिरफ्तार किया है। ज़ुबैर कैब ड्राइवर है, जबकि नदीम अंसारी जन सेवा केंद्र का मालिक है। पुलिस इनके नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हुई है।
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