Last Updated:February 08, 2025, 10:44 IST
दिल्ली विधानसभा चुनाव में BJP को बहुमत मिलते दिख रहा है और मनोज तिवारी को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा है. पूर्वांचलियों का मुद्दा और बिहार चुनाव में इसका असर महत्वपूर्ण फैक्टर हैं.
हाइलाइट्स
- BJP को दिल्ली में बहुमत मिलने की संभावना है.
- मनोज तिवारी को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा है.
- पूर्वांचलियों का मुद्दा बिहार चुनाव में अहम फैक्टर हो सकता है.
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं. रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बहुमत मिलता दिख रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री के संभावित नामों की चर्चा तेज हो गई है. हालांकि BJP मुख्यमंत्री के नाम देने में बहुत चौंकाती भी है. हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में BJP ने सरप्राइज दिया था. ऐसे में दिल्ली में हो सकता है कि BJP यहां मुख्यमंत्री के रूप में कुछ सरप्राइज दे दे. सरप्राइज की बात करें तो भाजपा सांसद मनोज तिवारी दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में सरप्राइज हो सकते हैं. इसके कई फैक्टर हैं.
सबसे बड़ा फैक्टर इस बार का चुनावी मुद्दा रहा. दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान पूर्वांचलियों का मुद्धा छाया रहा. भाजपा और आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे पर पूर्वांचलियों का अपमान करने का आरोप लगाया. यहां तक केजरीवाल ने पूर्वांचलियों को लुभाने के लिए कई वादे भी किए. ऐसे में अगर बीजेपी सीएम के तौर पर मनोज तिवारी के रूप में सरप्राइज दे तो वह चौंकने वाली बात नहीं होगी.
बिहार चुनाव बड़ा फैक्टर
इस साल के अंत में बिहार में भी विधानसभा चुनाव है. देश की राजधानी दिल्ली में चुनाव के दौरान पूर्वांचलियों का मुद्दा छाया रहा और इसका असर बिहार के चुनाव में देखने को मिल सकता है. अगर दिल्ली में एक पूर्वांचली को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो बिहार में भाजपा को इससे फायदा हो सकता है. और भाजपा भी यह बखूबी जानती है कि बिहार उनके लिए कितना मायने रखता है. क्योंकि बिहार में वह गठबंधन में छोटे भाई की भूमिका निभा रही है. ऐसे में वह गठबंधन में बिहार में बड़े भाई की भूमिका निभाने की उम्मीद कर सकती है.
First Published :
February 08, 2025, 10:44 IST