![CM Mohan Yadav was overjoyed with the massive victory of BJP in Delhi said Delhi is free from AAPDa](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर मतगणना जारी है। हालांकि विधानसभा चुनाव की तस्वीर साफ हो चुकी है और राजधानी दिल्ली में 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। बता दें कि 47 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। वहीं आम आदमी पार्टी 23 सीटों पर आगे चल रही है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कई बड़े चेहरों को हार का सामना करना पड़ा है। इतना ही नहीं पूर्व सीएम व आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भी हार का सामना करना पड़ा है। इसके लिए सौरभ भारद्वाज समेत कई अन्य नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है।
सीएम मोहन यादव ने दी जीत की बधाई
इस बीच भाजपा के नेताओं व मुख्यमंत्रियों के रिएक्शन भी आने लगे हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, 'दिल्ली में खिला, विकास का कमल। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक विजय की प्रदेशवासियों एवं भाजपा परिवार के सभी साथियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह महाविजय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों, 'विकसित भारत-भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली', सुशासन के संकल्प व दिल्ली की जनता के समर्थन और आशीर्वाद का सुफल है। इस महाविजय के लिए प्रधानमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, एवं समस्त समर्पित कर्यकर्ताओं को बधाई व देवतुल्य जनता का आभार व्यक्त करता हूं। आप-दा से मुक्त हुआ दिल्ली।'
जेपी नड्डा का बयान
वहीं जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा, ‘आप-दा’ सरकार ने दिल्ली में भ्रष्टाचार, कुशासन, और तुष्टीकरण की सारी सीमाएं लांघ दी थीं। आज दिल्ली उनके झूठ, छल और प्रपंच से मुक्त होकर प्रगति और प्रतिष्ठा के नए युग में अपनी यात्रा आरंभ कर रही है। यह जनादेश ‘विकसित दिल्ली-विकसित भारत’ के हमारे संकल्प को साकार स्वरूप प्रदान करेगा।’ उन्होंने आगे कहा, ‘आप-दा’ मुक्त दिल्ली! आज दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड विजय आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण, अंत्योदय व विकासपरक नीतियों पर जनता - जनार्दन के अटूट समर्थन की जीत है।’