देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा एडवांस, बारिश-कोहरा भी नहीं रोक सकेगा उड़ान
धीरेंद्र कुमार शुक्ला /ग्रेटर नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी एक बड़ी और महत्वपूर्ण खबर सामने आई है, जो इसे विश्व स्तरीय एयरपोर्ट्स की श्रेणी में लाती है. एयरपोर्ट पर आधुनिक उपकरणों की स्थापना के साथ यह अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित हो चुका है, जिससे बारिश और घने कोहरे जैसी चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी विमानों की सुरक्षित लैंडिंग और टेकऑफ संभव होगी. इस तकनीक में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) और प्रेसीजन अप्रोच पाथ इंडिकेटर (PAPI) शामिल हैं. यह अत्यधिक उन्नत तकनीक केवल चुनिंदा वैश्विक हवाई अड्डों पर उपलब्ध है, और अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी इस श्रेणी में शामिल हो गया है.
तकनीकी उन्नति से आसान होगी हवाई यात्रा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ILS और PAPI उपकरणों की स्थापना का काम पिछले सप्ताह शुरू हुआ था, जिसे अब सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. इस परियोजना को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के सहयोग से किया गया है. ILS और PAPI की मदद से विमान की लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान सटीकता और सुरक्षा में बड़ी वृद्धि होगी, विशेष रूप से खराब मौसम जैसे बारिश और कोहरे की स्थितियों में.
बारिश और घने कोहरे में भी जारी रहेंगी उड़ानें
DGCA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इन उपकरणों की मदद से एयरपोर्ट को वर्षा और घने कोहरे में भी विमानों का सुरक्षित संचालन करने की क्षमता प्राप्त होगी. यह तकनीक दुनिया के कुछ ही हवाई अड्डों पर उपलब्ध है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एक विशेष स्थान पर स्थापित करती है और इसे वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाती है.
दिसंबर से शुरू होंगी परीक्षण उड़ानें
पहले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हवाई उड़ान सेवाएं दिसंबर 2024 में शुरू होने का प्रस्ताव था, लेकिन निर्माण कार्य में देरी के कारण अब इसका शुभारंभ अप्रैल 2025 में होने की संभावना है. हालांकि, दिसंबर 2024 में टेस्टिंग उड़ानों का संचालन शुरू हो जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि अप्रैल 2025 तक नियमित रूप से कमर्शियल उड़ानें शुरू की जा सकें.
2021 में हुआ था शिलान्यास
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर 2021 को किया था. तब से इसका निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और एयरपोर्ट जल्द ही पूरी तरह से चालू हो जाएगा. जब यह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा, तो यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा, जहां से न केवल देशभर में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उड़ानों का संचालन किया जाएगा. यह एयरपोर्ट भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने वाला है.
तेजी से हो रहा निर्माण कार्य
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के काम को तेजी से पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि एयरपोर्ट को जल्द से जल्द तैयार करने की दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. इस एयरपोर्ट के चालू होने से न केवल यात्रियों को नई सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 10:00 IST