Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:February 09, 2025, 11:46 IST
Ash benefits successful fields : खेती-बाड़ी के लिए इसका प्रयोग पारंपरिक और प्रभावी है. ये कीटनाशक और जैविक उर्वरक का काम करता है, जिससे पौधों की ग्रोथ और उपज बढ़ती है. ये तरीका जीरो लागत में अच्छे नतीजे देता है.
राख के अनोखे फायदे
हाइलाइट्स
- राख का छिड़काव पौधों को कीटों से बचाता है.
- राख में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम होते हैं.
- राख से मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ती है.
बागेश्वर. उत्तराखंड के बागेश्वर में कई घरेलू नुस्खे खूब चर्चित और आजमाए जाते हैं. एक घरेलू नुस्खा खेती-बाड़ी से भी जुड़ा है. खेती-बाड़ी में यहां के लोग कई घरेलू नुस्खे आजमाते आ रहे हैं, लेकिन ये नुस्खा सबसे आसान है. इसमें सिर्फ लकड़ी जलानी है और राख बनाकर खेत में डाल देनी है. खेत में राख डालने के दो फायदे होंगे. एक तो राख खेत में खाद का काम करेगी. दूसरा खेत में लगे पौधों को कीट-पतंगों से भी बचाएगी. पहाड़ के लोग नए पौधे को कीट-पतंगों से बचाने के लिए राख का छिड़काव खूब करते हैं. ये तरीका पौधे को कीड़े से बचाने में मददगार है.
संभाल कर रखें
बागेश्वर के निवासी रमेश पर्वतीय लोकल 18 से कहते हैं कि राख खेती-किसानी के लिए बहुमूल्य कीटनाशक है. ये जीरो लागत में अच्छे रिजल्ट देती है. पहाड़ में पुराने समय से ही खेती-बाड़ी के लिए राख का इस्तेमाल होता आ रहा है. आज भी पहाड़ के लोग कीटनाशक का छिड़काव करने के बजाय राख का इस्तेमाल करना अधिक पसंद करते हैं. सर्दियों में पहाड़ में चूल्हे या सगणी में आग सेंकी जाती है उससे निकलने वाली राख को संभाल कर रख लिया जाता है. फिर पूरे साल कीटनाशक के रूप में इसका यूज होता है.
राख को खेत में बहुत अधिक मात्रा में डालने की जरूरत नहीं है. एक पौधे में आधा मुट्ठी राख काफी है. राख को बड़े खेतों से लेकर किचन गार्डन तक में यूज किया जाता है. आज की यंग जेनरेशन भी गार्डेनिंग करते समय राख का उपयोग करती है.
ये अधिक प्रभावी
राख बनाने के लिए खासतौर पर चीड़ और बांज के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें मौजूद गुण कीटों का खात्मा करने में मददगार हैं. जिस प्रकार खेत में खाद डाली जाती है, ठीक उसी प्रकार राख को भी खेत में डाला जाता है. इसे पौधे लगाने के तुरंत बाद खेतों में डाल दें. आप चाहें तो एक-एक करके पौधे की जड़ में भी डाल सकते हैं. राख का इस्तेमाल जैविक उर्वरक के रूप में किया जाता है.
फसलों की उपज
राख पौधों को जरूरी पोषक तत्व देती है. इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, तांबा, जस्ता, मैग्नीज और लोहा जैसे तत्व होते हैं. राख का इस्तेमाल मिट्टी में मिलाकर भी किया जा सकता है. राख से मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ती है. राख से पौधों की ग्रोथ होती है. इससे कीटों और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है. राख से मिट्टी का पीएच बढ़ता है. इससे फसलों की उपज बढ़ती है.
Location :
Bageshwar,Uttarakhand
First Published :
February 09, 2025, 11:46 IST
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