Last Updated:January 12, 2025, 11:41 IST
Nagaur News:महाकुंभ की शुरुआत के साथ ही रामस्नेही संप्रदाय की खेड़ापा पीठ का अन्नक्षेत्र जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी के शिविर के पास सेक्टर-18 पूर्व पटरी, अन्नपूर्णा मार्ग पर प्रारंभ होगा. पीठ के स्थानीय संत जानकीदास ने बताया कि माह तक आवास व...और पढ़ें
राजस्थान के नागौर जिले से बड़ी संख्या में इस बार प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने के लिए श्रद्धालु जाएंगे. धर्म विशेषज्ञों के अनुसार 144 साल बाद महाकुंभ के 6 शाही स्नान का अद्भुत संयोग बने हैं. शाही स्नान के लिए अभी से ही यात्रियों के जाते रवाना होना शुरू हो चुके हैं. नागौर सहित राजस्थान के सभी महाकुंभ श्रद्धालुओं के लिए नागौर जिले के संत संप्रदाय महाकुंभ में पहुंच गए हैं. भक्तों के लिए अनेकों व्यवस्थाएं कर रहे हैं. नागौर के घरों संतो के साथ 4650 थाली, कपड़े के थैले व सामग्री एकत्रित कर प्रयागराज पहुंचाई गई है.
रामस्नेही संप्रदाय की रेण पीठ, रामस्नेही खेड़ापा पीठ के संत प्रयागराज पहुंच चुके हैं. संतों व भक्तों के ठहरने के इंतजाम के करते हुए टेंट सिटी बना ली गई है. 45 दिन तक चलने वाले महाकुंभ के दौरान नागौर सहित विभिन्न क्षेत्रों से गए हजारों श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलेंगी. जिले की विभिन्न पीठों द्वारा संगम नगरी में व्यवस्था की गई.
संत जानकीदास ने ये व्यवस्था की
महाकुंभ की शुरुआत के साथ ही रामस्नेही संप्रदाय की खेड़ापा पीठ का अन्नक्षेत्र जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी के शिविर के पास सेक्टर-18 पूर्व पटरी, अन्नपूर्णा मार्ग पर प्रारंभ होगा. पीठ के स्थानीय संत जानकीदास ने बताया कि माह तक आवास व भोजन की व्यवस्था की गई है. जहां उन सभी साधु-संतों व भक्तों का प्रवेश रहेगा, जो किसी प्रकार का नशा नहीं करते हो, यह अन्नक्षेत्र पूरी तरह नशा मुक्त होगा.
महामंडलेश्वर कुशालगिरी ने की ये व्यवस्था
संगम तट से करीब डेढ़ किमी दूर पंच दशनाम आह्वान अखाड़ा का अन्नक्षेत्र लगाया जाएगा. यहां प्रतिदिन एक हजार लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है. जिसके लिए वाहनों द्वारा खाद्य वस्तुएं पहुंचाई जाएगी. 27 जनवरी को पेशवाई निकलेगी, जिसमें गदा, ध्वज, तलवार आदि से प्रदर्शन किया जाएगा. कड़ी सुरक्षा के बीच सभी आयोजन में भाग लेंगे.
.