Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 07, 2025, 21:57 IST
Success Story: मेहनत करने वाले को कामयाबी जरूर मिलती हैं. बिहार के समस्तीपुर से औरंगाबाद में राइस मिल में कमाने आए दो भाई अजय कुमार और पवन कुमार ने 2 वर्षों में ही खुद का व्यवसाय शुरू किया. इससे उन्हें सालाना 8...और पढ़ें
रद्दी बोरे को तैयार करते कारीगर
हाइलाइट्स
- समस्तीपुर के दो भाइयों ने शुरू किया औरंगाबाद में व्यवसाय
- अजय और पवन अब 10 लोगों को दे रहे हैं रोजगार
- रोजाना 500 बड़े बोरे बेचकर सालाना 8 लाख की कमाई
औरंगाबाद. मेहनत करने वाले को कामयाबी जरूर मिलती है. बिहार के समस्तीपुर से औरंगाबाद में राइस मिल में काम करने आए दो भाई, अजय कुमार और पवन कुमार ने 2 वर्षों में ही खुद का व्यवसाय शुरू किया. अब उनकी सालाना कमाई 8 लाख रुपए हो गई है. इसके साथ ही दोनों भाई अब लोगों को रोजगार देने का भी काम करते हैं.
नौकरी करते-करते शुरू किया व्यवसाय
मदनपुर प्रखंड के शिवगंज में समस्तीपुर से आए अजय और पवन ने खुद का व्यवसाय शुरू किया है. अजय और पवन रद्दी बोरे थोक में खरीदकर बड़े बोरे बनाते हैं और रोजाना 500 बड़े बोरे बेचते हैं. अजय ने बताया कि वे समस्तीपुर से बाबा राइस मिल में काम करने आए थे.
10 लोगों को देते हैं रोजगार
2 वर्षों तक राइस मिल में काम करने के दौरान, उन्होंने देखा कि अनाज से लदा बोरा मिल में आता है और फिर उसे औने-पौने दाम में बेच दिया जाता है. तभी उन्हें यह आईडिया आया कि क्यों न इसका बिजनेस शुरू किया जाए. अजय ने रांची से दो मशीनें खरीदीं. राइस मिल के सामने ही रद्दी बोरे सिलकर बड़े बोरे बनाते हैं और बाजार में बेचते हैं.
रोजाना 500 बोरे की बिक्री
पवन कुमार ने बताया कि वे राइस मिल से 12 से 14 रुपए किलो पर रद्दी बोरे खरीदते हैं और उन्हें तैयार कर 16 से 18 रुपए प्रति पीस की कीमत पर बेचते हैं. रोजाना 500 से अधिक बोरे बेचे जाते हैं. यहां से झारखंड और छत्तीसगढ़ तक बोरे भेजे जाते हैं. अजय कुमार ने बताया कि इस बिजनेस में 10 से अधिक कारीगर काम करते हैं और इससे उन्हें महीने की 60 हजार रुपए की कमाई होती है.
Location :
Aurangabad,Aurangabad,Bihar
First Published :
February 07, 2025, 21:57 IST