ओडिशा में पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर के अंदर का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो बांके बिहारी अनंता नाम के यूजर ने शेयर किया था। वीडियो में मंदिर परिसर और गर्भगृह की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। यह घटना एक बार फिर इस प्राचीन मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। मंदिर के अंदर फोटोग्राफी पर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसके अलावा, सेवायतों और मंदिर के अन्य कर्मचारियों को भी स्मार्टफोन लेकर अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
मंदिर प्रशासन ने फोन रखने के लिए बाहर मोबाइल स्टैंड भी लगाए हैं। जो कोई भी इस नियम का उल्लंघन कर फोन अंदर ले जाता है, उसे 1,000 रुपये का जुर्माना देना पड़ता है। इसके बावजूद मंदिर के अंदर का वीडियो बना लिया गया और इसे सोशल मीडिया पर शेयर भी कर दिया गया। भक्तों ने इस घटना पर नाराजगी जताई है और आरोप लगाया है कि मंदिर के बाहर तैनात पुलिस अधिकारी अपनी जिम्मेदारी सही से नहीं निभा रहे हैं, जिससे ऐसे मामले बार-बार हो रहे हैं।
लोगों से वीडियो न वायरल करने की अपील
श्री जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक ने बताया कि उन्होंने अपनी टीम को शिकायत दर्ज करने के लिए कह दिया है और लोगों से वीडियो को वायरल न करने की अपील की है। वहीं, पुरी के एसपी विनीत अग्रवाल के अनुसार ये मामला पुलिस के संज्ञान में आया है और पुलिस जल्द ही इस मामले कांटे तक पहुंच कर इस पर एक्शन लेगी। यह घटना मंदिर प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था के प्रति लोगों के भरोसे को हिला रही है और इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।
पांच जनवरी को मंदिर के ऊपर दिखा था ड्रोन
पुरी में जगन्नाथ मंदिर के ऊपर रविवार (5 जनवरी) तड़के एक ड्रोन देखा गया था। ड्रोन तड़के करीब 4:10 बजे मंदिर के ऊपर देखा गया था और यह करीब आधे घंटे तक मंडराता रहा था, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं उत्पन्न हो गईं थी। यह उड़ान निषिद्ध क्षेत्र है। घटना की जांच के लिए अलग-अलग टीम गठित की गई थीं। कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने चिंता जताते हुए कहा था, ‘‘मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाना गैरकानूनी है और स्वीकार्य नहीं है। सुरक्षा का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुरी एसपी (पुलिस अधीक्षक) ने टीम गठित करके घटना की जांच शुरू कर दी है। मुझे उम्मीद है कि संबंधित व्यक्ति की पहचान कर ली जाएगी और ड्रोन जब्त कर लिया जाएगा।’’ हरिचंदन ने कहा था कि भविष्य में ऐसी घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार मंदिर परिसर के चारों ओर स्थित चार निगरानी टावरों पर चौबीसों घंटे पुलिस कर्मियों को तैनात करने की योजना बना रही है। संदेह है कि किसी व्लॉगर ने मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाया होगा। हालांकि, इसके पीछे गलत इरादा होने से इनकार नहीं किया जा सकता।’’
(ओड़िशा से शुभम कुमार की रिपोर्ट)