पूर्णिया में 35 लाख की लागत से बना ईको-फ्रेंडली पंडाल, देखिए वीडियो

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पूर्णिया

पूर्णिया का सबसे खास पूजा पंडाल पूरी तरह ईको फ्रेंडली

विक्रम कुमार झा/ पूर्णिया: जिले के खुशकीबाग में इस साल दुर्गा पूजा के मौके पर पहली बार ईको-फ्रेंडली पूजा पंडाल का निर्माण किया गया है. 35 लाख रुपए की लागत से तैयार यह पंडाल पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जो जिले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. 400 कारीगरों की मेहनत से तैयार इस पंडाल को देखने के लिए पिछले नौ दिनों से लोगों की भीड़ उमड़ रही है.

बांस से बने पंडाल ने खींचा लोगों का ध्यान
खुशकीबाग कप्तानपाड़ा स्थित यह पंडाल पूरी तरह से बांस से बना हुआ है. पंडाल को बनाने में 4,000 से अधिक बांसों का उपयोग किया गया है, जो पूर्णिया के स्थानीय किसानों द्वारा उगाए गए हैं. खास बात यह है कि इस पंडाल को बनाने में कागज या प्लास्टिक का कोई उपयोग नहीं किया गया है. बांस की इस शानदार कारीगरी को बंगाल के विशेष कारीगरों ने अंजाम दिया है, जो पहली बार पूर्णिया में इस तरह का अनूठा पंडाल लेकर आए हैं.

मेला समिति के सदस्यों ने दी जानकारी
फ्रेंडशिप क्लब दुर्गा पूजा समिति के सचिव अमित चक्रवर्ती और समिति के सदस्य इस्तबाल, विनय सिंह, उत्तम सिंह एवं विकास दास ने लोकल 18 को बताया कि पूर्णिया में ऐसा पंडाल पहली बार बनाया गया है. समिति के अनुसार, यह पंडाल केवल पूर्णिया ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में अनोखा है. समिति के सदस्यों का कहना है कि यह पंडाल पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है, जिससे लोगों को भी जागरूक करने की कोशिश की गई है.

35 लाख की लागत और 4 हजार बांसों का इस्तेमाल
समिति के सदस्यों के अनुसार, इस पंडाल को तैयार करने में 35 लाख रुपये की लागत आई है. इसके अलावा, लाइट डेकोरेशन में भी 5 लाख रुपये का खर्च किया गया है. इस भव्य पंडाल को तैयार करने में करीब एक महीने का समय लगा और कारीगरों ने इसे बेहद आकर्षक तरीके से तैयार किया है. पंडाल के निर्माण में केवल बांस का इस्तेमाल किया गया, जिससे यह पूरी तरह से ईको-फ्रेंडली है.

लाखों की भीड़ उमड़ रही है पंडाल देखने
पूजा समिति के सदस्य अमित चक्रवर्ती, इस्तबाल, विनय सिंह, उत्तम सिंह, विकास दास सहित अन्य सदस्यों ने लोगों से अपील की है कि वे इस अद्वितीय पंडाल का अवश्य दीदार करें. पंडाल में सुरक्षा व्यवस्था और पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. यह पंडाल न सिर्फ पूर्णिया, बल्कि आस-पास के जिलों से भी लोगों को आकर्षित कर रहा है और इसे देखने के लिए हर दिन हजारों लोग आ रहे हैं.

Tags: Bihar News, Local18

FIRST PUBLISHED :

October 12, 2024, 13:55 IST

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