आकाश निषाद / जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में कलेक्टर दीपक सक्सेना की एक कार्रवाई ने अभिभावकों के चेहरे में खुशी ला दी है. दरअसल जबलपुर के पांच निजी स्कूलों ने अभिभावकों से जमकर अवैध वसूली की. जहां करीब 52 हजार बच्चों से 31 करोड़ रुपए नियम विरूद्ध तरीके से वसूले गए. लिहाजा जबलपुर कलेक्टर ने पांचो स्कूलों के खिलाफ 2 लाख का जुर्माना लगाया है. इतना ही नहीं अभिभावकों के पैसे 30 दिन के अंदर ऑनलाइन ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं, जबकि तीन दिन में जुर्माना राशि 2 लाख रुपए जमा करने का अल्टीमेटम भी दिया है.
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया जिला प्रशासन की ओर से जांच समिति गठित की गई थी. जहां करीब 52 हजार बच्चों से लगभग 31 करोड़ 51 लाख ज्यादा फीस वसूली गई. इन राशि को अभिभावकों को 30 दिन के अंदर निजी स्कूलों को लौटना होगा. साथ ही स्कूलों पर 2—2 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. जांच के दौरान 2023—25 में की गई फीस वसूली में पांच स्कूलों ने अवैध फीस के तौर पर बड़ी राशि अभिभावकों से वसूली थी. दूसरी तरफ यह बात भी सामने आई है कि पांचो स्कूलों ने अवैध फीस वसूली से कमाई राशि को स्कूल में लगाने की बजाय अचल और चल संपत्ति खरीदने में खर्च किया हैं. जिसका रिकॉर्ड भी अब जिला प्रशासन खंगालने में जुटा हुआ है.
सबसे ज्यादा फीस वसूलने में अशोक हॉल ने मारी बाजी
अवैध फीस वसूलने के मामले में जबलपुर का अशोका हॉल स्कूल सबसे आगे रहा. जहां अशोक हॉल जूनियर एंड हाई स्कूल ने करीब 12,686 बच्चों से 10.67 करोड रुपए की फीस वसूली की. सेंट अंगस्टीन स्कूल लम्हेटा ने 8,240 बच्चों से 4.76 करोड रुपए अधिक वसूले, सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल विजय नगर ने 8,303 बच्चों से 3.86 करोड रुपए अधिक वसूले जबकि एमजीएम हायर सेकेंडरी स्कूल हाथीताल ने 13,149 बच्चों से 7.19 करोड रुपए अधिक वसूले इसी तरह आदित्य कान्वेंट स्कूल ने 1,075 बच्चों से 5.03 करोड रुपए अधिक वसूल किया.
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FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 12:57 IST