अररिया जिले के लाल मोहन गांव के यै किसान फूलगोभी के खेती से होते हैं मालामाल
अररिया: बिहार के अररिया जिले के लाल मोहन गांव के किसान फूलगोभी की खेती से मालामाल हो रहे हैं. समय के साथ किसान खेती के नए तरीके अपना रहे हैं. पारंपरिक फसलों से हटकर सब्जियों की खेती पर ध्यान दे रहे हैं, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हो रही है. बता दें कि अररिया जिले के लाल मोहन गांव के किसान मोहम्मद इजीस ने पारंपरिक खेती से हटकर फूलगोभी की जैविक खेती शुरू की है, जिससे वे 1-2 लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा कमा रहे हैं. 45-60 दिनों में तैयार होने वाली यह फसल किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है. जैविक खाद के उपयोग से यह फूलगोभी स्थानीय बाजार में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
फूलगोभी की खेती: आय में बढ़ोतरी का जरिया
फूलगोभी की खेती किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. इसकी बाजार में ज्यादा मांग रहती है, जिससे किसान लाखों रुपए का मुनाफा कमा सकते हैं. अररिया जिले के लाल मोहन गांव के किसान मोहम्मद इजीस लगभग 2 बीघा जमीन पर फूलगोभी की खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि फूलगोभी की खेती का फलन 45-60 दिनों में शुरू हो जाता है.
फूलगोभी की नर्सरी: खुद की तैयारी
अररिया के किसान मोहम्मद इजीस खुद से एक एकड़ जमीन पर फूलगोभी की नर्सरी तैयार करते हैं. नर्सरी तैयार करने में लगभग एक महीने का समय लगता है. एक सप्ताह के अंदर वह अपने जमीन पर फूलगोभी की रोपाई करेंगे.
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मुनाफे की खेती: जैविक खाद्य का प्रयोग
लोकल 18 से बात करते हुए मोहम्मद इजीस ने बताया कि वो फूलगोभी की खेती से 1-2 लाख रुपए मुनाफा कमाते हैं, और कुल कमाई 3-4 लाख रुपए तक पहुंच जाती है. वह जैविक खाद्य के उपयोग से खेती करते हैं, जिससे उनकी फूलगोभी लोगों को आकर्षित करती है. इसके साथ ही, स्थानीय लोगों को कुछ सब्जियां मुफ्त में भी देते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 12:09 IST