Last Updated:January 24, 2025, 13:41 IST
ट्विटर अकाउंट @KreatelyMedia पर हाल ही में एक वीडियो रीट्वीट किया गया है जिसे किसी जापानी ट्विटर अकाउंट ने पोस्ट किया है. इस वीडियो में बच्चों को सुलाने की अनोखी तकनीक को दिखाया गया है, जिसे देखकर आपको समझ आएगा...और पढ़ें
पहले के वक्त में जब माताएं अपने नवजात बच्चों की पीठ थपथपाती थीं तो वो तुरंत सो जाते थे. फिर वो उन्हें धीरे से बिस्तर पर लिटा देती थीं. पर अब तकनीक में सुधार होने के बाद माताओं से ये काम छिन गया है. टेक्नोलॉजी ने बच्चों को सुलाने का जिम्मा उठा लिया है. इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है. इस वीडियो (Pillow patv babe to sleep) में एक महिला अपने बच्चे को सुलाने के लिए एक तकिया के बगल में लिटाती है और उसके बाद तकिया के हाथ बच्चे की पीठ थपथपाने लगते हैं. ये वीडियो देखकर लोग हैरानी जता रहे हैं और पूछ रहे हैं- ‘ये तकिया बड़ों के लिए क्यों नहीं आती है!’
ट्विटर अकाउंट @KreatelyMedia पर हाल ही में एक वीडियो रीट्वीट किया गया है जिसे किसी जापानी ट्विटर अकाउंट ने पोस्ट किया है. इस वीडियो में बच्चों को सुलाने की अनोखी तकनीक को दिखाया गया है, जिसे देखकर आपको समझ आएगा कि जापानी लोग तकनीक के मामले में हमसे कितने ज्यादा विकसित हैं. इस वीडियो में एक महिला अपने बच्चे को सुलाने के लिए बिस्तर पर लिटाती नजर आ रही है.
भारतीय माँ भोली भली होती है
चाइनीज़ माँ
— Kreately.in (@KreatelyMedia) January 23, 2025
पीठ थपथपाने वाली तकिया
उस तकिया में दो हाथ बने हैं. महिला बच्चे को लिटाती है और फिर हाथों को उसके चारों ओर कवर कर देती है. उसके बाद जब वो तकिया को चालू कर देती है तो हाथ की एक उंगली हिलने लगती है और वो पीठ थपथपाने लगती है. इससे बच्चे को एहसास होता होगा कि उसकी मां उसके पास है और वो जल्दी सो जाता होगा. इस तरह पीठ थपथपाने से बच्चे को नींद भी जल्दी आती है.
वीडियो हो रहा है वायरल
इस वीडियो को 2 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं जबकि कई लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक ने कहा कि अगर वो बच्चा होता, तो तकिया के हाथ हिलते देख जरूर डर जाता! एक ने कहा- ‘ये मां लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है!’ एक ने कहा- “भाई ये बड़ों के लिए नहीं आता क्या, मुझे भी एक चाहिए!”
First Published :
January 24, 2025, 13:41 IST
बच्चों को सुलाने के लिए गजब तकिया, लिटाते ही थपथपाने लगती है पीठ!