हाइलाइट्स
मेरठ यूनिवर्सिटी में जाबांज योद्धाओं को किया गया सम्मानित 9 गोलियां खाकर भी दुश्मन को मारने वाले चेतन चिता भी रहे मौजूद चेतन चिता ने बताया कि कैसे 9 गोलियां खाकर भी एक आतंकी को मारा
मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और इनीशिएटिव फॉर मोरल एंड कल्चरल ट्रेनिंग फाउंडेशन आईएमईटीएफ के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को परमवीर वंदनम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में वीर योद्धाओं का सम्मान किया गया. सम्मान समारोह में आतंकवाद के खिलाफ अदम्य साहस कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता भी पहुंचे. चेतन चिटा को 9 गोलियां लगी थीं. उन्होंने अपनी एक आंख भी गंवा दी. आज भी जब वे मेटल डिटेक्टर से गुजरते हैं तो शरीर में धंसी गोली आवाज करती है.
चेतन चीता ने अपनी कहानी ख़ुद अपनी ज़ुबानी बताई. उन्होंने कहा कि उन पर आतंकियों ने एके-47 से बर्स्ट फायर कर दिया था. एक साथ चली 30 गोलियों में से 9 चेतन के शरीर में धंस गईं थीं. इसके बावजूद उन्होंने काउंटर अटैक किया था और एक आतंकी को ढेर कर दिया था. कुल 16 राउंड फायर किए थे. चीता के काउंटर अटैक की वजह से सुरक्षा टुकड़ी को संभलने का मौका मिल गया और तीन आतंकियों को मार गिराया था. श्रीनगर के अस्पताल में डॉक्टर भी उनकी हिम्मत देखकर हैरान थे. आम तौर पर इतनी गोलियां लगने पर बचना नामुमकिन होता है.
साहस और टीमवर्क की वजह से वे दुश्मनों को हराया
चेतन चीता ने बताया की साहस और टीमवर्क की वजह से वे दुश्मनों को हराने में कामयाब रहे और उन्होंने बताया कि आर्मी का जीवन साधारण जीवन से बहुत अलग होता है. इसमें अनुशासन भी जरूरी है और जज्बा होना भी जरूरी है. उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि हिंदुस्तान की आर्मी में सर्व करना हर हिंदुस्तानी के लिए एक गौरव की बात है.
सीआरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट अमित कुमार भी पहुंचे
कार्यक्रम में पहुंचे अमित कुमार, सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात हैं. उन्होंने अपने विचार साझा किये कि कैसे कश्मीर में उन्होंने अपने मिशन को बखूबी अंजाम दिया और देश के गौरव को बढ़ाया. उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि जीवन में हर कार्य क्षेत्र में ईमानदारी से काम करें तो उनको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता.
अपनी मातृभूमि को सर्वोच्च मानना चाहिए
गुणवंत सिंह कोठारी ने बताया कि भारत की धरती योगीराज और ऋषियों की धरती है, जहां पर मोक्ष का रास्ता है. उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति का माइंडसेट उसके जीवन का निर्धारण करता है और भारत की भूमि अध्यात्म की भूमि है. सभी को अपने जीवन का दिशा निर्धारण और अपने व्यक्तित्व का विकास करना चाहिए और अपनी मातृभूमि को सर्वोच्च मानना चाहिए.
विदेश जाने पर उठाया सवाल
एयर वाइस मार्शल देवेश वत्स ने बताया कि उच्च शिक्षा लेने के बाद विद्यार्थी विदेश में नौकरी करना चाहते हैं और अपने जीवन स्तर को सुधारना चाहते हैं. तरक्की करना चाहते हैं और इसी भागम दौड़ के बीच में वह अपने देश के प्रति कर्तव्य को भूल जाते हैं. जिस देश ने उनको वहां तक पहुंचाया है. इसलिए सभी बच्चों से अपील करना चाहते हैं कि देश सर्वोपरि है. जिस चीज की आशा में आप लोग विदेश जाते हैं वह आपके भारत देश में मौजूद है.
अल्फा कैंप धवस्त करने का वीडियो भी साझा किया
कर्नल राजेश त्यागी ने बताया ने बताया कि किस तरीके से उन्होंने अल्फा की कैंप को ध्वस्त करा. उनके पास एक वीडियो भी था जो कि उन्होंने पहली बार किसी मंच पर साझा किया. उन्होंने वहां पर एक उल्फा के आतंकवादी को रंगे हाथों पकड़ा और उसे आर्मी की यूनिफॉर्म पहनकर अपने साथ रखा, जिससे कि उसकी पहचान ना हो पाए और इस मिशन को उन्होंने 37 दिनों तक चलाया. अल्फा की दो कंपनियों ने सरेंडर भी कर दिया था.
पानी के महत्व को भी समझाया
ग्रुप कैप्टन पंकज जैन ने बताया कि जब उनकी जैसलमेर में पोस्टिंग थी, तब उन्हें पानी नहीं मिला और उन्हें ज्ञान हुआ जल ही जीवन है और पानी की कितनी अहमियत है. उन्होंने बताया है हमें अपने पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील रहने की की आवश्यकता है.
Tags: Meerut news, UP latest news
FIRST PUBLISHED :
November 22, 2024, 11:37 IST