खरगोन. किसी के घर में बच्चे की किलकारी गूंजे या शादी-ब्याह हो या फिर कोई शुभ कार्य हो, वहां किन्नर समाज के लोग दुआएं देने और न्योछावर लेने पहुंच ही जाते हैं. लेकिन, मध्य प्रदेश का एक गांव ऐसा है, जहां कोई भी किन्नर प्रवेश नहीं करता. जी हां, हम बात कर रहे हैं खरगोन जिले के चोली गांव की. जहां किसी भी परिस्थिति में किन्नर समाज के लोगों का गांव में आना वर्जित है. इसके पीछे यहां मौजूद अति प्राचीन काल भैरव के मंदिर से जुड़ी एक किवदंती है, जिसका लोग आज भी पालन कर रहे हैं.
दरअसल, जिला मुख्यालय से लगभग 59 km दूर विंध्याचल पर्वत की तलहटी में बसा चोली गांव देवो की नगरी देवगढ़ भी कहलाता है. यहां पग-पग पर देवी-देवताओं के मंदिर हैं. खास बात यह कि ये सभी मंदिर परमार कालीन हैं. कुछ मंदिर उससे भी पुराने बताए जाते हैं. इनमें से कुछ मंदिर ऐसे हैं, जो पूरे विश्व में और कहीं नहीं हैं. भगवान काल भैरव का मंदिर भी उन्हीं में से एक है, जिसकी मान्यता दूर-दूर तक फैली है. खासकर काल भैरव अष्टमी 2024 के दिन यहां भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. दूर-दूर से भक्त दर्शनों को पहुंचते हैं.
बाबा की कृपा से किन्नर हो गया गर्भवती
मंदिर के 80 वर्षीय पुजारी नारायणदास धनोरिया और ग्रामीण गौरव सिंह ठाकुर बताते हैं कि कई वर्षों से किन्नर समाज के लोग इस गांव में नहीं आते हैं. किवदंती है कि एक बार कोई किन्नर बाबा काल भैरव को आजमाने आया था. कहां कि अगर तुम सच्चे-साक्षात हो और सबकी गोद भरते हो तो मेरी भी गोद भर दो. बाबा काल भैरव के आशीर्वाद से उस किन्नर ने भी गर्भ धारण कर लिया था और तभी से किन्नरों का इस गांव में आना बंद हो गया.
पहले गांव में कोई बारात नहीं आती थी
हालांकि, किन्नर समाज की सोनाली दीदी ने बताया, बाबा काल भैरव से जुड़ी इस घटना का कोई लिखित प्रमाण नहीं है. गांव में कई परंपराएं पुराने समय से चली आ रही हैं, जिनका लोग पालन कर रहे हैं. सोनाली का मानना है कि पहले इस गांव में कोई बारात नहीं आती थी और न ही कोई बाहरी गांव में शादी करता था. गांव में ही रिश्ते हो जाते थे, इसलिए बाहरी लोग गांव में नहीं जाते थे. लेकिन, अब यहां के लोग भी अन्य गांवों में रिश्ते करने लगे हैं, परंतु हमें आज भी बाबा काल भैरव के नाम पर गांव में नहीं आने दिया जाता. लोग बाबा के नाम से डराते हैं कि आए तो कुछ अनहोनी होगी, इसलिए हम गांव में नहीं जाते.
FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 14:39 IST