नई दिल्ली (Engineering Courses, Less Popular BTech Branches). बीते कुछ दशकों में बीटेक यानी इंजीनियरिंग कोर्स की पॉपुलैरिटी काफी बढ़ी है. 12वीं बोर्ड में मैथ विषय से पढ़ाई करने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स जेईई व अन्य इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम पास कर बीटेक कोर्स में एडमिशन लेते हैं. हर साल बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स बीटेक कोर्स की डिग्री हासिल कर इंजीनियर बनने का सपना पूरा करते हैं. इंजीनियरिंग में कई ब्रांचेस हैं.
मेकैनिकल, सिविल, कंप्यूटर साइंस.. ये कुछ ऐसे बीटेक कोर्स हैं, जिनके बारे में लगभग हर कोई जानता है. लेकिन इंजीनियरिंग कोर्स में कुछ ऐसी ब्रांचेस भी हैं, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं. इन्हें बीटेक की सबसे कम पॉपुलर ब्रांच भी कहा जाता है. बीटेक की कम लोकप्रिय ब्रांचेस में भी करियर ग्रोथ के खूब मौके मिलते हैं. सिर्फ यही नहीं, इन बीटेक कोर्स (BTech Courses) में एडमिशन लेकर आप लाखों-करोड़ों की सैलरी वाली नौकरी भी हासिल कर सकते हैं.
Less Popular BTech Branches: बीटेक की सबसे कम पॉपुलर ब्रांच
1- एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace Engineering): इसमें एयरोप्लेन और अन्य हवाई वाहनों के डिजाइन, प्रोडक्शन और टेस्टिंग के बारे में पढ़ाया जाता है.
2- एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग (Agricultural Engineering): इसमें कृषि उत्पादन में इंजीनियरिंग टेक्नीक्स का इस्तेमाल शामिल है. इसमें करियर ग्रोथ के खूब मौके मिलते हैं.
3- बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (Biomedical Engineering): इसमें मेडिकल डिवाइसेस और टेक्नोलॉजी के विकास में जीव विज्ञान और इंजीनियरिंग की थ्योरी का एप्लिकेशन होता है.
4- बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग (Biotechnology Engineering): इसमें जीव विज्ञान और इंजीनियरिंग थ्योरी का इस्तेमाल जैविक प्रणालियों और जैविक उत्पादों के विकास में किया जाता है.
5- सिरेमिक इंजीनियरिंग (Ceramic Engineering): इसमें सिरेमिक सामग्री के डिजाइन, निर्माण और उपयोग की जानकारी दी जाती है.
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6- इंस्ट्रूमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग (Instrumentation & Control Engineering): इसमें मापन और नियंत्रण प्रणालियों के डिजाइन और विकास की जानकारी होती है.
7- जियोलॉजिकल इंजीनियरिंग (Geological Engineering): इस बीटेक ब्रांच में इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट में भूगर्भिक ज्ञान का इस्तेमाल करना सिखाया जाता है.
8- माइनिंग इंजीनियरिंग (Mining Engineering): इसमें खनन कार्यों के डिजाइन, निर्माण और प्रबंधन की जानकारी दी जाती है.
9- न्यूक्लियर इंजीनियरिंग (Nuclear Engineering): इसमें न्यूक्लियर पावर प्लांट और अन्य न्यूक्लियर एप्लिकेशन के डिजाइन और निर्माण की जानकारी दी जाती है.
10- पेट्रोलियम इंजीनियरिंग (Petroleum Engineering): इसमें तेल और गैस के प्रोडक्शन और प्रोसेस में इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग शामिल है.
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FIRST PUBLISHED :
September 23, 2024, 09:42 IST