Last Updated:January 12, 2025, 19:57 IST
CM Agriculture Electricity Connection Scheme: बिहार में किसानों को सस्ते दर पर सिंचाई के लिए बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना-2 के तहत किसानों को कनेक्शन दिया जा रहा है. किसानों को बिजली उपयोग करने पर 55 पैसे ही देने...और पढ़ें
गोपालगंज. बिहार में बिजली कनेक्शन लेने वाले आम उपभोक्ताओं को एक यूनिट बिजली के लिये लगभग सात रुपये देने पड़ते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं जिले के 10 हजार लोग अभी एक रुपये से भी कम रेट पर बिजली का उपयोग कर रहे हैं और यह फायदा आप भी उठा सकते हैं.चौंकिये नहीं, यह सच है कि बिहार में कृषि कार्य के लिए 55 पैसे प्रति यूनिट के दर से किसानों को बिजली मिल रही है. गोपालगंज में लगभग 9377 किसान इसी रेट पर बिजली का उपयोग कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना के तहत किसानों को यह लाभ मिल रहा है. आपको बता दें कि एक यूनिट बिजली का सामान्य रेट 6.75 रुपये है. इसमें किसानों के बिजली उपयोग करने पर 55 पैसे ही देने होते हैं. बांकि के 6.19 रुपये सरकार अनुदान के रुप में बिजली विभाग को देती है.
गोपालगंज में संचालित है 56 कृषि फीडर
जिले में अब तक 56 कृषि फीडर लगाया जा चुके हैं. 13 कृषि फीडर का काम प्रगति पर है. विभाग ने एक सप्ताह के अंदर इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है. अब तक लगे 56 कृषि फीडरों से जिले के 9377 किसानों को बिजली कनेक्शन मिला है. जिसके द्वारा उन्हें कृषि कार्य के लिए 55 पैसे प्रति यूनिट बिजली मिलती है. नये कनेक्शन के लिए आवेदन जारी है.
किसान ऐसे ले सकते हैं विद्युत कनेक्शन
कृषि फीडर से सस्ते दर पर बिजली कनेक्शन के लिये किसानों को सुविधा एप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आवेदन मिलने के बाद विभाग की ओर से सत्यापन किया जायेगा. सत्यापन में सब कुछ सही पाये जाने पर कृषि कनेक्शन दे दिया जाएगा. इसके बाद कृषि कार्य के लिये उन्हें 55 पैसे प्रति यूनिट बिजली मिलेगी. बांकी सामान्य दर से जो किसानों को छूट मिल रही है. वह राज्य सरकार की ओर से अनुदान के रूप में मिल जाएगा.
आवेदन करने की प्रक्रिया है जारी
गोपालगंज सबडिवीजन के कार्यपालक अभियंता मोहम्मद इकबाल अंजुम ने बताया कि मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना-1 के तहत लगभग आठ हजार किसानों को बिजली कनेक्शन दिया गया. अब मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना-2 के तहत 9810 किसानों को बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य है. इसमें से 1800 किसानों को कनेक्शन दिया जा चुका है. हालांकि आवेदन करने की प्रक्रिया अब भी जारी है.