Last Updated:January 19, 2025, 19:12 IST
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक गांव में अपनी जमीन पर टिन शेड डालकर लोगों से नमाज पढ़ाने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के जाम सामंत गांव में एक निजी संपत्ति पर कथित तौर पर इकट्ठा होने और अधिकारियों से मंजूरी लिए बिना सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने के आरोप में 4 लोगों को सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि आरोपियों ने साइट को ढककर एक अस्थायी मस्जिद में बदल दिया. मामले में नामजद गांव के प्रधान मोहम्मद आरिफ समेत तीन अन्य फरार हैं. पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना तब सामने आई जब एक हिंदू संगठन ने उस जगह का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया.
जांच के बाद पुलिस ने आरोपों की पुष्टि की और आरिफ और अन्य स्थानीय निवासियों समेत सात लोगों के खिलाफ बहेरी थाने में एफआईआर दर्ज की. भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 223 के तहत मामला दर्ज किया गया है. बहेरी थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर संजय तोमर ने कहा कि ‘हमने गांव के प्रधान के भाई मोहम्मद शाहिद समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ शांति भंग करने का मामला दर्ज किया है.’ जिस जगह पर आरोपी कथित तौर पर सामूहिक रूप से नमाज अदा कर रहे थे और इसे अस्थायी मस्जिद के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे, वह गांव के प्रधान के परिवार की है. एसएचओ तोमर ने कहा कि पुलिस कार्रवाई के बाद उन्होंने परिसर को बंद कर दिया है.
पुलिस बल तैनात
जाम सामंत गांव की आबादी मुख्य रूप से मुस्लिम समुदाय से है. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है. वीडियो अपलोड करने वाले हिंदू जागरण मंच की युवा शाखा के बरेली जिला अध्यक्ष हिमांशु पटेल ने कहा कि उनके एक सहयोगी ने हाल ही में फुटेज रिकॉर्ड की है. वीडियो में कथित तौर पर लोगों के एक समूह को नमाज अदा करते और उस स्थान को अस्थायी मस्जिद के रूप में इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है. पटेल ने कहा कि ‘गांव में न तो कोई मस्जिद है और न ही कोई मंदिर. निवासियों को नमाज अदा करने के लिए पास के गांव में जाना पड़ता है. मैंने वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया और पुलिस और जिला प्रशासन दोनों को मामले की जानकारी दी.’
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एक साल से हो रही थी नमाज
मामले में शिकायतकर्ता सब इंस्पेक्टर अहमद अली ने कहा कि वीडियो की समीक्षा करने के बाद, उन्होंने जांच करने के लिए जाम सावंत गांव का दौरा किया. उन्होंने पाया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों का एक समूह टिन शेड से ढके एक दीवार वाले क्षेत्र के अंदर इकट्ठा हुआ था, जहां उन्होंने बिना पूर्व अनुमति के नमाज अदा की. उन्होंने साफ किया कि ‘यह मस्जिद नहीं है.’ एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पिछले एक साल से इस स्थान का इस्तेमाल कथित तौर पर संयुक्त नमाज के लिए किया जा रहा था.
Location :
Bareilly,Uttar Pradesh
First Published :
January 19, 2025, 19:12 IST
अपनी जमीन पर लोगों को जमाकर नमाज पढ़वाता था शख्स, अचानक पहुंची पुलिस और फिर...