भोपाल का शाही हमाम: थकान दूर करने और सुकून पाने के लिए रॉयल जगह, नवाबों से...

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Last Updated:January 12, 2025, 12:50 IST

Bhopal Royal Hamam: भोपाल का शाही हमाम न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह आयुर्वेद और नवाबी संस्कृति का अद्भुत संगम भी है. 300 सालों से भी अधिक पुराना यह हमाम आज भी भोपाल की पहचान बना हुआ है. चाहे आप थकान दूर करना...और पढ़ें

भोपाल के कमला पार्क के पास स्थित शाही हमाम, एक ऐसा स्थान है जो नवाबी दौर की समृद्ध परंपराओं और आयुर्वेदिक उपचार का प्रतीक है. लगभग 300 साल पुराने इस हमाम में स्टीम बाथ और मसाज की पारंपरिक पद्धति का इस्तेमाल किया जाता है. इस हमाम का ऐतिहासिक महत्व इसे भोपाल की शान बनाता है. नवाबों के जमाने में शुरू हुए इस हमाम का उपयोग सिर्फ शाही घरानों तक सीमित था, लेकिन आज आम लोग भी इसका लुत्फ उठा सकते हैं.

रॉयल हमाम की खासियत
रॉयल हमाम के संचालक मोहम्मद अतीक ने लोकल 18 को बताया कि यह हमाम ठंड के मौसम में दीपावली से होली तक खुलता है. यहां पारंपरिक जड़ी-बूटियों और विशेष तेलों से मसाज दी जाती है, जो थकान दूर करने के साथ-साथ शरीर को तरोताजा कर देती है. हमाम में उबटन और स्टीम बाथ से स्किन को प्राकृतिक ग्लो मिलता है, जिससे यह सर्दियों के मौसम में और भी लोकप्रिय हो जाता है.

यहां मसाज और स्टीम बाथ की सुविधा बेहद सस्ती दरों पर उपलब्ध है. 800 से 1500 रुपये में लोग शाही अनुभव ले सकते हैं. महिलाओं के लिए विशेष समय निर्धारित किया गया है, जिसमें उनकी देखभाल और मसाज की जिम्मेदारी बेगमों की सेवा करने वाली महिलाओं के वंशज संभालते हैं.

इतिहास में शाही हमाम का महत्व
शाही हमाम की स्थापना नवाब शाहजहां बेगम के समय में हुई थी. नवाबों के खास हज्जाम हम्मू खलीफा को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी. यह हमाम न केवल नवाबों के लिए, बल्कि उनके मेहमानों और राजनेताओं के लिए भी एक आरामदायक स्थान था.

इतिहासकार बताते हैं कि इस हमाम का उपयोग नवाबों के करीबी लोग करते थे, और यहां की परंपराएं उस समय की शान और आराम का प्रतीक थीं. यहां का मसाज और स्टीम बाथ आज भी उसी पारंपरिक विधि से किया जाता है.

प्रसिद्ध हस्तियों की पसंद
इस हमाम में कई नामचीन हस्तियां आ चुकी हैं. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई यहां आ चुके हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर भी इस हमाम के नियमित आगंतुक थे. इन हस्तियों के अनुभव ने इस हमाम की प्रसिद्धि को और भी बढ़ाया है.

भोपाल के अन्य शाही हमाम
भोपाल में शाही हमाम के अलावा दो और ऐतिहासिक हमाम हैं. एक इस्लामनगर के चमन महल में और दूसरा बेनजीर पैलेस में स्थित है. हालांकि, इन दोनों हमामों का संचालन फिलहाल बंद है. कमला पार्क का रॉयल हमाम ही एकमात्र ऐसा स्थान है, जो आज भी सक्रिय है और वही परिवार इसे चला रहा है, जो नवाबी दौर में बेगमों की सेवा करता था.

थकान दूर करने और सुकून पाने का स्थान
आज भी इस हमाम में बड़ी संख्या में लोग अपनी थकान दूर करने और आराम पाने आते हैं. यहां नवाबी दौर की परंपराएं और आयुर्वेदिक उपचार आधुनिक स्पा से अलग और खास अनुभव प्रदान करते हैं. इस हमाम की लोकप्रियता का कारण इसका ऐतिहासिक महत्व और पारंपरिक सेवाएं हैं.

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