मंदिर मस्जिद इलाके के नाम से यह पूरा क्षेत्र मशहूर है.
दिल्ली/अंजलि सिंह राजपूत: आज जहां ज्यादातर हिंदू मुस्लिम के बीच लड़ाई-झगड़ा की घटनाएं सामने आ रही हैं तो वहीं दूसरी ओर देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसा इलाका है जिसे मंदिर-मस्जिद इलाका ही कहते हैं. मंदिर मस्जिद इलाके के नाम से यह पूरा क्षेत्र मशहूर है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां पर एक ओर मंदिर है तो दूसरी ओर मस्जिद और यहां एक ओर मंदिर में आरती होती है तो दूसरी ओर मस्जिद में नमाज.
बता दें कि सबसे खास बात यह है कि अंग्रेजों के वक्त से लेकर आज तक इस मोहल्ले में हिंदू मुस्लिम के बीच कोई दंगा नहीं हुआ है. हिंदू मुस्लिम एक दूसरे के शादी समारोह में जाते हैं. अंतिम संस्कार में भी मदद करते हैं और तो और यहां मुसलमान राम-राम बोलते हैं जबकि हिंदू सलाम वालेकुम बोलते हैं. यही नहीं मुस्लिम मंदिर की सफाई करते हैं जबकि पुजारी मस्जिद की सफाई करते हैं. यह इलाका दिल्ली के आदर्श मोहल्ला में स्थित है.
भोलेश्वर नाथ मंदिर के नाम से मशहूर इस मंदिर के पुजारी बृजेश कुमार भारद्वाज बताते हैं कि यहां पर हिंदू मुस्लिम सब मिलजुल कर रहते हैं. सन 1990 से इस मंदिर की कमान को वह संभाल रहे हैं और तब से लेकर आज तक जितने भी मुस्लिम यहां पर हैं सभी हर त्यौहार में मंदिर में आते हैं उन्हें दक्षिणा देते हैं और राम-राम बोलकर जाते हैं.
मुस्लिम मंदिर और हिंदू मस्जिद की करते हैं सफाई
मंदिर के पुजारी बृजेश कुमार भारद्वाज ने लोकल 18 को बताया कि यहां पर क्योंकि मंदिर मस्जिद एक दूसरे के सामने है इसीलिए वह मंदिर के पुजारी होने के बावजूद मस्जिद की सफाई करते हैं और मस्जिद के पूर्व मौलाना मंदिर की सफाई किया करते थे और आसपास के मुस्लिम भी आज भी मंदिर में अपना पूरा सहयोग करते हैं. मस्जिद के पूर्व मौलाना का निधन हो जाने की वजह से अभी मस्जिद को नया मौलाना नहीं मिला है.
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नवरात्रि में मुस्लिम खाते हैं प्रसाद
इन दिनों नवरात्रि में मंदिर में आकर मुस्लिम को प्रसाद खाते हैं. एक स्थानीय अब्दुल सलाम ने बताया कि वह रोज मंदिर में आते हैं, दर्शन करते हैं और पंडित जी से गले मिलते हैं. जबकि मोइनुद्दीन ने बताया कि नवरात्रि में तो जब उनके घर में खाना नहीं बनता है तो मंदिर से ही प्रसाद लेकर घर जाते हैं और सभी को खिलाते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 9, 2024, 16:33 IST