Last Updated:January 11, 2025, 22:11 IST
Maharajganj News Today: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तमाम मंदिरों से जुड़ी मान्यताएं और परंपराएं हैं. ऐसा ही एक मंदिर महराजगंज के.....
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले की एक बड़ी ऐतिहासिक मान्यता के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. महराजगंज जिले के निचलौल में स्थित राम जानकी मंदिर से जुड़ी पुरानी मान्यता है. मंदिर के पीछे एक गूलर का पेड़ है जो बहुत प्राचीन है. हालांकि, इस बारे में ठोस जानकारी नहीं है कि यह कितना प्राचीन पेड़ है.
राम जानकी मंदिर के पीछे स्थित गूलर के वृक्ष के बारे में लोग अलग-अलग तरह की बातें करते हैं लेकिन इसके उम्र की सटीक जानकारी नहीं है. राम जानकी मंदिर के पुजारी ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि उनके पूर्वज यहां लंबे समय से पूजा करते आ रहे हैं और यह उनकी तीसरी पीढ़ी है. उन्होंने बताया कि उनके परदादा बताते थे कि आज के समय में जिस तरह यह पेड़ है उनके समय में भी इसी तरह हुआ करता था. ऐसे में इस वृक्ष की उम्र बताना बहुत ही मुश्किल काम है. उन्होंने बताया कि बहुत से लोग इस बारे में अलग-अलग बात करते हैं लेकिन इस वृक्ष के बारे में यह बता पाना की यह पेड़ कितना पुराना है यह संभव नहीं है. यह लंबे समय से इसी तरह बना हुआ है.
इस पेड़ के फल खाते हैं बन्दर और पक्षी
राम जानकी मंदिर के पुजारी ने लोकल 18 से बताया कि इस पेड़ पर जो फल लगते हैं उसे कभी तोड़ा नहीं जाता है. इस पेड़ के फलों को इस पर आने वाले बंदर और पक्षी ही खाते हैं. इस पेड़ पर लगभग हमेशा कुछ बंदर और पक्षी बैठे रहते हैं जो इन फलों को खाते रहते हैं और नीचे भी फेंकते हैं. मंदिर के पीछे होने की वजह से भी यह काफी सुरक्षित है और इससे मंदिर परिसर में एक बढ़िया वातावरण भी बना हुआ है. पुजारी ने बताया कि कुछ समय पहले लोग इस पेड़ को काटने की बात कर रहे थे लेकिन उन्होंने कहा कि इससे कोई नुकसान तो है नहीं और यह काफी पुराना भी है तो इसे नहीं काटा जाए तो अच्छा होगा.