![Chandrabhanu Paswan](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
मिल्कीपुर: यूपी के मिल्कीपुर उपचुनाव में बीजेपी को शानदार जीत हासिल हुई है और सपा को हार का सामना करना पड़ा है। मिल्कीपुर में बीजेपी उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान को 146397 वोट मिले और उन्होंने 61710 वोटों से ये चुनाव जीत लिया है। दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद रहे। उन्हें 84687 वोट मिले हैं। तीसरे नंबर पर आजाद समाज पार्टी के संतोष कुमार रहे, उन्हें कुल 5459 वोट मिले।
कौन हैं मिल्कीपुर से जीत हासिल करने वाले बीजेपी नेता चंद्रभानु पासवान?
चंद्रभानु पासवान पासी समाज से आते हैं और 2 साल से मिल्कीपुर सीट पर काफी सक्रिय थे। वह रुदौली से दो बार जिला पंचायत सदस्य रहे हैं और वर्तमान में उनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं। इनका पूरा परिवार साड़ी के व्यापार में लगा हुआ है। चंद्रभानु बीजेपी की जिला इकाई में कार्य समिति के भी सदस् रहे और 2024 के लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जाति संपर्क प्रमुख रहे। उनके पिता बाबा रामलखन दास ग्राम प्रधान हैं।
चंद्रभानु को अपने घर से ही राजनीतिक अनुभव मिला है और उनका परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़ा रहा है।
कहां तक की है पढ़ाई?
चंद्रभानु पासवान ने बीकॉम, एमकॉम और एलएलबी की डिग्री हासिल की है।
मिल्कीपुर में किस जाति का है प्रभाव?
मिल्कीपुर में कुल 3 लाख 58 हजार वोटर हैं, जिसमें सबसे अधिक संख्या अनुसूचित जाति और फिर पिछड़े वर्ग की है। यहां पासी समाज और ओबीसी वर्ग में यादवों का सबसे ज्यादा प्रभाव है।
इस सीट से साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद जीते थे लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में अवधेश अयोध्या सीट जीतकर सांसद बन गए। जिसकी वजह से उन्हें विधायकी से इस्तीफा देना पड़ा। इसी वजह से इस सीट पर उपचुनाव हुआ।
हालांकि समाजवादी पार्टी को पूरा विश्वास था कि वह इस सीट को जीत लेगी लेकिन बीजेपी ने उसे करारा झटका देते हुए इस सीट पर अपनी जीत की मुहर लगा दी।