Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 24, 2025, 14:11 IST
लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में ट्रामा सेंटर का भी निर्माण किया जाएगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन द्वारा दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. ट्रॉमा सेंटर बनने के बाद आधुनिक सुविधाओं के साथ मरीज का ट्रीटमेंट होगा.
मेरठ मेडिकल कालेज
मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ मेडिकल कॉलेज की अगर बात की जाए, तो प्रतिदिन हजारों की संख्या में मरीज यहां पर विभिन्न बीमारियों का ट्रीटमेंट कराते हुए दिखाई देते हैं. क्योंकि यहां पर सभी तरह की सुविधा सरकार के दिशा निर्देश उपलब्ध कराई जाती है. इसी कड़ी में अब यहां जल्द ही ट्रॉमा सेंटर का निर्माण भी किया जाएगा, जिसके माध्यम से हर तरह की आधुनिक फैसिलिटी भी मरीज को उपलब्ध हो पाएगी. यह जानकारी लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर आरसी गुप्ता ने दी. उन्होंने बताया कि ट्रॉमा सेंटर बनने के बाद मरीज को बेहतर सुविधाएं दिलाने में मेरठ मेडिकल महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाएगा.
एक साथ कनेक्ट हो जाएंगे सभी विभाग
लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर आरसी गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा 5 ट्रॉमा सेंटर के लिए अनुमति जारी की है, जिसमें चार ऐसे ट्रॉमा केंद्र बनाए जाएंगे जो 100 बेड के होंगे. इसमें ही मेरठ मेडिकल कॉलेज भी शामिल है. इसके लिए 100 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है. बहुत जल्द इसमें काम भी शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि मेरठ मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी की सेवाएं पहले से ही उपलब्ध है. साथ ही क्रिटिकल ब्लॉक भी तैयार किया जा रहा है. इसी कड़ी में ट्रॉमा सेंटर भी बनेगा, जिससे तीनों को एक साथ जोड़ दिया जाएगा. इससे मरीजों की कंडीशन के हिसाब से उनको ट्रीटमेंट फैसिलिटी उपलब्ध कराई जाएंगी.
मरीज को मिलेगा हर तरह का उपचार
डॉ आरसी गुप्ता ने कहा कि अभी तक कुछ केस में मरीजों को दिल्ली की तरफ रेफर कर दिया जाता है. ऐसे में उनकी पूरी कोशिश है कि मरीजों को हर तरह का उपचार मेरठ मेडिकल कॉलेज में ही उपलब्ध हो जाए. उन्हें रेफर करने की आवश्यकता ना हो. इसीलिए, सभी विभागों की एक चैन बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि ट्रॉमा सेंटर बनने के पश्चात अभी तक देखा जाता है कि विभिन्न दुर्घटनाओं में मरीजों को जिस तरीके से इलाज की आवश्यकता मिलती है, उसमें कई बार रेफर करने की संभावना बनी रहती है.
मरीजों को रेफर करने की आवश्यकता नहीं होगी
आने वाले समय में मरीजों को रेफर करने की आवश्यकता नहीं होगी. साथ ही तीनों ब्लॉक पर कार्य होगा. मरीज की स्थिति के हिसाब से ही उसे अलग-अलग स्थान पर शिफ्ट भी कर दिया जाएगा, ताकि सरकारी सुविधा के अनुसार ही मरीजों को बेहतर ट्रीटमेंट मिल पाएगा.
बताते चलें कि मेरठ मेडिकल कॉलेज में हापुड़, बुलंदशहर, बागपत, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा संभल सहित अन्य जनपदों के मरीज ट्रीटमेंट करते हुए दिखाई देते हैं.
Location :
Meerut,Meerut,Uttar Pradesh
First Published :
January 24, 2025, 14:11 IST