Last Updated:January 12, 2025, 10:19 IST
यूक्रेन ने पहली बार रूस के कुर्स्क क्षेत्र में दो उत्तर कोरियाई सैनिकों को जीवित पकड़ा, जो घायल अवस्था में कीव ले जाए गए. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने खुलासा किया कि रूस-उत्तर कोरिया गठजोड़ को छिपाने के लिए घायल सैनिकों को मार दिया जाता है. पकड़े...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- यूक्रेन ने उत्तर कोरियाई सैनिकों को पकड़ा है
- दो सैनिकों को घायल अवस्था में ले जाया गया
- सैनिकों ने कहा कि उन्हें मिलिट्री ट्रेनिंग बताकर लाया गया था
कीव: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में रूसी राष्ट्रपति पुतिन को बड़ा झटका लगा है. यह झटका ऐसा है, जिसकी चर्चा यूक्रेन से लेकर उत्तर कोरिया तक होना तय है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में ऑपरेशन के दौरान दो उत्तर कोरियाई सैनिकों को पकड़ लिया गया. यह पहली बार है जब यूक्रेन के सैनिकों ने उत्तर कोरियाई सैनिकों को जिंदा पकड़ा है. एक्स पर शनिवार को जेलेंस्की ने एक पोस्ट में कहा, ‘हमारे सैनिकों ने कुर्स्क क्षेत्र में उत्तर कोरियाई सैन्यकर्मियों को पकड़ा है. दो सैनिक, जो घायल थे, जीवित बचे और उन्हें कीव ले जाया गया, जहां अब वे यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) के साथ बातचीत में हैं.’ बयान के साथ घायल सैनिकों की फोटो जारी की गई.
यूक्रेन और पश्चिमी देशों का आकलन है कि कुर्स्क क्षेत्र में लगभग 11,000 उत्तर कोरियाई सैनिक तैनात हैं. यह वही इलाका है जिसके सैकड़ों वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा किए हुए हैं. पिछले सप्ताह, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह में कुर्स्क में 1,000 से ज्यादा उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए या घायल हुए. जेलेंस्की ने कहा, ‘इन दोनों उत्तर कोरियाई सैनिकों को पकड़ना आसान काम नहीं था. रूसी और उत्तर कोरियाई सैनिक आमतौर पर अपने घायल सैनिकों को मार देते हैं, ताकि उत्तर कोरिया की भागीदारी का कोई सबूत न मिले.’
Наші воїни взяли в полон на Курщині військових з Північної Кореї. Це двоє солдатів, які хоч і були поранені, але вижили, були доставлені в Київ, спілкуються зі слідчими СБУ.
Це завдання було непросте: зазвичай росіяни й інші військові з Північної Кореї добивають своїх поранених… pic.twitter.com/mo7Gr1z85o
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) January 11, 2025
किस हाल में हैं उत्तर कोरियाई सैनिक
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दोनों पकड़े गए सैनिकों को देखा जा सकता है. वीडियो में SBU के प्रवक्ता ने कहा कि इन सैनिकों में से एक को 9 जनवरी को यूक्रेनी विशेष बलों ने पकड़ा, जबकि दूसरे को यूक्रेनी पैराट्रूपर्स ने पकड़ा. SBU का कहना है कि इन सैनिकों को अंतरराष्ट्रीय कानून के हिसाब से उचित परिस्थितियों में रखा गया है. जेलेंस्की की ओर से जारी तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सैनिक एक सेल में अपने बेड पर बैठे हैं. एक सैनिक के जबड़े में घाव है. वहीं दूसरे सैनिक के पैर में फ्रैक्चर है. SBU के प्रवक्ता ने कहा कि दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसी के सहयोग से ट्रांसलेटर्स के जरिए बातचीत की जा रही है.
धोखे में रखे गए उत्तर कोरियाई सैनिक
SBU ने एक बयान में कहा कि पकड़े गए सैनिकों में से एक के पास कोई दस्तावेज नहीं था. जबकि दूसरे का पास मंगोलिया की सीमा से लगे रूसी क्षेत्र तुवा के एक व्यक्ति के नाम पर रूसी सैन्य आईडी कार्ड था. एसबीयू के दावे के मुताबिक इन सैनिकों को अंदाजा नहीं था कि वह यूक्रेन के खिलाफ लड़ने जा रहे हैं. एक सैनिक ने दावा किया उसे बताया गया था कि वे मिलिट्री ट्रेनिंग पर जा रहे हैं. इस दावे से साफ है कि उत्तर कोरिया के तानाशाह और रूस ने इन्हें धोखे में रखा. यूक्रेन के दावे के बाद रूस से लेकर उत्तर कोरिया तक हलचल मच सकती है. दोनों सैनिकों का इलाज यूक्रेन की ओर से किया जा रहा है.