ये है देश का सबसे महंगा एक्सप्रेसवे, हर 3 साल में 18% बढ़ जाता है टोल

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नई दिल्ली. आज हम आपको देश के सबसे महंगे एक्सप्रेसवे के बारे में बताएंगे. दिलचस्प है कि यह देश का पहला एक्सप्रेसवे भी है. हम बात कर रहे हैं मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की. देश का पहला हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे, भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर की एक बेहतरीन मिसाल है. इसे 1999 में आंशिक रूप से और 2002 में पूरी तरह जनता के लिए खोला गया. यह 94.5 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे नवी मुंबई के कलंबोली से पुणे के किवाले तक फैला हुआ है. इसकी मदद से मुंबई और पुणे के बीच यात्रा का समय तीन घंटे से घटकर मात्र एक घंटा रह गया है.

इस एक्सप्रेसवे का निर्माण महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) ने किया था. इसके निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बड़ी भूमिका रही. इस पर कुल ₹1,630 करोड़ की लागत आई थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सड़क पर जाने के लिए अन्य एक्सप्रेसवे के मुकाबले प्रति किलोमीटर पर 1 रुपये अधिक टोल टैक्स देना होता है.

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हर तीन साल में 18% बढ़ता है टोल
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर टोल दरें हर साल 6% बढ़ती हैं और तीन साल के बाद 18% की दर से संशोधित की जाती हैं. आखिरी बार अप्रैल 2023 में टोल में बदलाव हुआ था, जिसमें कारों के लिए टोल ₹270 से बढ़ाकर ₹320 किया गया. मिनीबस और टेम्पो का टोल ₹420 से ₹495, जबकि 2 एक्सेल वाले ट्रकों का टोल ₹585 से ₹685 हो गया. बसों के लिए टोल ₹797 से बढ़कर ₹940 किया गया. अधिकारियों के मुताबिक, अगला टोल संशोधन 2026 में होगा और यह दरें 2030 तक स्थिर रहेंगी.

दिलचस्प तथ्य
निर्माण और लागत: महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) द्वारा निर्मित, इस एक्सप्रेसवे की लागत ₹1,630 करोड़ रही.
कनेक्शन: एक सिरा भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई को जोड़ता है, जबकि दूसरा सिरा पुणे से जुड़ता है.
यात्रा का समय: यह एक्सप्रेसवे यात्रा का समय तीन घंटे से घटाकर मात्र एक घंटा कर देता है.
टोल बढ़ोतरी: टोल दरें हर साल 6% बढ़ती हैं, और तीन वर्षों में 18% की दर से संशोधित की जाती हैं.
2023 टोल रिवीजन: कारों का टोल ₹270 से ₹320, मिनीबस का ₹420 से ₹495, ट्रकों का ₹585 से ₹685 और बसों का ₹797 से ₹940 किया गया.
अगला संशोधन: टोल दरें 2026 में संशोधित होंगी और 2030 तक स्थिर रहेंगी.

भविष्य की योजना
‘विजन 2047’ के तहत, सरकार 50,000 किलोमीटर लंबे हाई-स्पीड राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की योजना पर काम कर रही है. फिलहाल देश में 4,000 किलोमीटर ऐसे राजमार्ग मौजूद हैं. मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे भारत के राजमार्ग नेटवर्क के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसकी संरचना व प्रबंधन इसे खास बनाती है.

Tags: Business news, Highway toll

FIRST PUBLISHED :

November 26, 2024, 17:35 IST

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