योगी सरकार ने बढ़ाई गोवंश पालने की सहायता राशि, अब मिलेंगे इतने रुपए
रिपोर्ट- अरविंद दुबे
सोनभद्र: हाल में लंपी वायरस के संक्रमण से देश के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर गोवंशों की मौत हुई है. इस बीमारी से अन्ना गोवंशों सहित कई पशुपालकों के जानवरों की भी मौत हुई जिससे लोगों को काफी नुकसान हुआ. पशुपालन वैसे भी काफी मेहनत वाला काम है और जब जानवर की ही मौत हो जाए तो फिर लोगों को झटका तो लगेगा ही. ऐसे में यूपी में गोवंश पालकों के लिए एक खुशखबरी है. यूपी सरकार ने गोवंश पालकों के भरण पोषण के लिए दिए जाने वाले रुपयों में बढ़ोत्तरी कर दी है.
सरकार ने कहा कि गोवंश पर लंपी वायरस का दुष्प्रभाव देखने को मिला है. इस संक्रमण से कई राज्यों में व्यापक पशुधन हानि हुई है. प्रदेश में इसके प्रसार को रोकने के लिए हमें मिशन मोड में काम करना होगा. स्थिति सामान्य होने तक प्रदेश में पशु मेलों का आयोजन स्थगित रखा जाए. अन्तरराज्यीय पशु परिवहन पर रोक लगाई जाए. उच्चस्तरीय बैठक में पशुओं को लंपी बीमारी से बचाव के प्रबंधन की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं. यह भी कहा गया कि हाल के दिनों में पशुपालकों को संक्रमण के लक्षण और उपचार के बारे में पूरी जानकारी दी जाए.
गोवंश के भरण-पोषण के लिए अब मिलेंगे इतने रुपये
गौ आश्रय स्थलों में अनावश्यक लोगों का प्रवेश प्रतिबन्धित कर दिया जाए. कहा गया कि लंपी वायरस से संक्रमित गोवंश, स्वस्थ हुए गोवंश और गैर संक्रमित गोवंश के लिए अलग-अलग बाड़े की व्यवस्था की जाए. निराश्रित गोवंश स्थलों और गोवंश की सेवा कर रहे सभी परिवारों को गोवंश के भरण-पोषण के लिए वर्तमान में 30 रुपये प्रति गोवंश प्रतिदिन की दर से पैसा दिया जा रहा है. अब भूसा, चारा आदि की महंगी कीमतों को देखते हुए सरकार ने इसे बढ़ाकर 50 रुपये प्रति गोवंश प्रतिदिन किया है. यह भी कहा गया कि इससे जुड़ा कोई भी बकाया शेष न रहे.
इसकी हकीकत जानने लोकल 18 ने सोनभद्र के चोपन गोशाला पर जाकर जानकारी लेने का प्रयास किया. गोशाला के केयर टेकर द्वारा बताया गया की अब सरकार द्वारा प्रति गोवंश 50 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पैसा दिया जा रहा है. पहले केवल 30 रुपए दिए जाते थे. अब मिल रहे पैसे से गोवंश को पहले के मुकाबले बेहतर चारा दिया जा रहा है. प्रति गोवंश को चार किलो भूसा और अतिरिक्त चुनी इत्यादि भी दी जाती है.
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FIRST PUBLISHED :
September 22, 2024, 16:38 IST