Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 07, 2025, 18:30 IST
Rohtas Fertilizer Shortage News: रोहतास जिले के काराकाट में यूरिया खाद की किल्लत से किसानों की परेशानी बढ़ गई है. किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है. खासकर गेहूं की फसल के लिए खाद जरूरी है. किसान सुबह से शाम तक ब...और पढ़ें
प्रतिकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
- रोहतास में यूरिया की भारी किल्लत से किसान परेशान.
- किसानों ने कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की.
- खाद की कमी से फसलें बर्बाद होने की आशंका.
रोहतास. जिले के काराकाट प्रखंड में यूरिया खाद की भारी किल्लत से किसानों की परेशानी चरम पर पहुंच गई है. रबी फसल की बुआई पूरी हो चुकी है और फसल बढ़ने लगी है, लेकिन खाद की कमी के कारण किसान संकट में हैं. बिस्कोमान केंद्रों पर हजारों की संख्या में किसान सुबह से शाम तक लंबी कतारों में खड़े अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन जरूरत के मुताबिक खाद नहीं मिल पा रही है. बिस्कोमान केंद्रों पर यूरिया खाद की बोरियां कम हैं, लेकिन किसानों की संख्या हजारों में.
ऐसे में कई किसानों को दिनभर लाइन में खड़े रहने के बावजूद खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि कई जगहों पर हंगामे की नौबत आ गई है. कई किसान मजबूर होकर महंगे दामों पर खाद खरीद रहे हैं, क्योंकि कुछ खुदरा विक्रेता इस संकट का फायदा उठाकर खाद को ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं.
खाद नहीं मिलने से किसान परेशान
स्थानीय किसानों के अनुसार, बिस्कोमान केंद्र पर खाद तो उपलब्ध है पर पर वो किसानों के लिए पर्याप्त साबित नहीं हो पा रहा, जिससे गेहूं और अन्य फसलों की पैदावार पर गंभीर असर पड़ सकता है. अगर समय पर खाद उपलब्ध नहीं हुई, तो किसानों की मेहनत पर पानी फिर सकता है और उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो जाएगी. किसान अंशु कुमार ने लोकल 18 को बताया कि काराकाट प्रखंड में खाद की समस्या गंभीर होती जा रही है. किसी भी किसान को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही, जिससे वे मजबूरन बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को विवश हैं. कुछ दुकानदार खाद को निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर बेच रहे हैं. जहां एक बोरी यूरिया की कीमत 266.50 रुपये होनी चाहिए, वहीं किसान 450 से 500 रुपये तक चुकाने को मजबूर हैं. जब किसान दुकानदारों से निश्चित कीमत पर खाद देने की मांग करते हैं, तो उन्हें खाद देने से मना कर दिया जाता है.
किसानों ने डीएओ पर लगाया गंभीर आरोप
किसान वीरेंद्र सिंह ने जिला कृषि पदाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि छोटे दुकानदारों का शोषण किया जा रहा है. उन्होंने खाद आवंटन में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया और कहा कि जिला स्तर से ही तय कीमत से ज्यादा पैसे लेकर छोटे दुकानदारों को खाद दी जाती है, जिससे वे भी मजबूरन किसानों से अधिक दाम वसूलते हैं. वीरेंद्र सिंह ने डीएम से मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. काराकाट के बिस्कोमान केंद्र पहुंची, तो वहां किसानों की भारी भीड़ जुट रही है. केंद्र पर खाद उपलब्ध थी, लेकिन किसानों की संख्या अधिक होने के कारण सभी को खाद नहीं मिल पा रही थी. किसान श्याम बिहारी ने बताया कि वह सुबह 10 बजे से लाइन में खड़े हैं, लेकिन शाम के 4 बज चुके हैं और अब तक उनकी पर्ची भी नहीं बनी है. भीड़ इतनी ज्यादा है कि किसानों के बीच झड़प तक हो रही है.
कालाबाजारी पर रोक लगाए प्रशासन
किसान प्रह्लाद शर्मा ने केंद्र के कर्मचारियों पर भेदभाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यहां सिर्फ़ उन्हीं लोगों को खाद मिल रही है, जिनकी ऊंची पहुंच है. सुबह 9 बजे से लाइन में खड़े हैं और आधार कार्ड भी जमा कर दिया, लेकिन अब तक मेरी पर्ची नहीं बनी है. जब कर्मचारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि आज केंद्र बंद हो गया है, अब कल आओ. प्रह्लाद शर्मा ने आशंका जताई कि कल भी उन्हें खाद मिलेगा या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है. उन्होंने प्रशासन से यूरिया खाद की किल्लत को दूर करने और कालाबाजारी रोकने की मांग की है. किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही खाद की व्यवस्था नहीं की गई, तो उनकी फसलें बर्बाद हो जाएंगी और उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराने और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
First Published :
February 07, 2025, 18:30 IST