Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 07, 2025, 21:08 IST
Hazaribagh News: हजारीबाग के सूर्यकुंड में मकर संक्रांति मेले के बाद गंदगी फैल गई है, जिससे स्थानीय लोग और भक्त परेशान हैं. राज्य सरकार ने इसे ए ग्रेड कुंड घोषित किया है, लेकिन सफाई की अनदेखी से बीमारी फैलने का...और पढ़ें
कचड़ा
हाइलाइट्स
- मेला समाप्त, क्षेत्र में गंदगी फैली.
- स्थानीय लोग महामारी के भय से चिंतित.
- प्रशासन से सफाई की मांग की गई.
हजारीबाग. हजारीबाग जिले के बरकट्ठा प्रखंड में स्थित एशिया के सबसे गर्म जलकुंड सूर्यकुंड में हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर 15 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष 31 जनवरी को मेले का समापन हो चुका है, लेकिन महाकुंभ से लौट रहे भक्त और स्थानीय लोग यहां पहुंच रहे हैं. हालांकि, मेला खत्म होने के बाद अब गंदगी और कचरे का अंबार लगा हुआ है, जिसे देखकर लोग अफसोस और चिंता जता रहे हैं. स्थानीय लोगों को डर है कि मंदिर और कुंड प्रांगण में फैले कचरे के कारण कोई बीमारी न फैल जाए.
सूर्यकुंड को राज्य सरकार ने ए-ग्रेड की श्रेणी में रखा है, लेकिन सफाई के नाम पर यहां कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई. यह गर्म जलकुंड ग्रैंड ट्रंक रोड से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित है, जिसके चलते यहां पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. हालांकि, प्रशासन की लापरवाही के कारण चारों ओर गंदगी फैली हुई है, जिससे भक्तों और स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है.
राजस्व की भरमार, स्थिति बदहाल
इस वर्ष मकर संक्रांति मेले से सरकार को लगभग 23 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, लेकिन मेले के बाद पूरा इलाका कचरे से पट गया. स्थानीय लोग इस गंदगी से बेहद परेशान और नाराज हैं. नरेश पांडे और अनिल पांडे ने बताया कि मेले के बाद से यहां मवेशी कचरे में भोजन तलाश रहे हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.
भक्तों ने की यह मांग
दूर-दराज से आए श्रद्धालु इस गंदगी से परेशान हैं. पश्चिम बंगाल से आईं श्रुति माथुर का कहना है कि “हम लोग इतनी दूर से यहां आते हैं, लेकिन गंदगी देखकर निराशा होती है. प्रशासन और मेला कमेटी को सफाई की उचित व्यवस्था करनी चाहिए.” वहीं, धनबाद की विनीता देवी ने कहा, “हमने इस कुंड के बारे में बहुत सुना था, लेकिन यहां आकर केवल गंदगी नजर आ रही है. प्रशासन को तुरंत सफाई करवानी चाहिए.”
गंदगी के लिए आम लोग भी जिम्मेदार हैं, लेकिन मेला समिति और प्रशासन की भी साफ-सफाई सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी बनती है. सूर्यकुंड एक आस्था और पर्यटन का केंद्र है, जिसे स्वच्छ और आकर्षक बनाए रखना बेहद जरूरी है. यदि प्रशासन जल्द से जल्द सफाई नहीं करवाता, तो यह स्थल अपनी पवित्रता और पहचान खो सकता है.
Location :
Hazaribagh,Jharkhand
First Published :
February 07, 2025, 21:08 IST