नई दिल्ली: पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दिया और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर भी हमला बोला और केजरीवाल को भी आड़े हाथ लिया।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
- पीएम मोदी ने कहा कि हमें 10 साल सेवा करने का मौका मिला और 25 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर आ गए हैं। 5 दशक तक लोगों ने केवल गरीबी हटाओं का नारा सुना और अब ये लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। जब गरीबों के लिए जीवन खपाते हैं तब ऐसा होता है।
- पीएम ने कहा कि अब तक गरीबों को 4 करोड़ घर मिले हैं। हमने 12 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर बहन बेटियों की मुश्किलें दूर कीं। हमारी सरकार ने 12 करोड़ परिवारों को नल से जल देने का काम किया है और काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
- पीएम ने बिना नाम लिए विपक्ष के नेताओं पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी, स्टाइलिश शावर पर है लेकिन हमारा फोकस हर घर जल पहुंचाने पर है। जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी।
- पीएम ने कहा कि हमारा मकसद है बचत भी और विकास भी। हमने जनधन, आधार, मोबाइल की ट्रिटी बनाई और डीबीटी से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर देना शुरू किया। हमने 40 लाख करोड़ रुपया सीधा जनता के खाते में जमा किया। इस देश का दुर्भाग्य देखिए- सरकारें किसके लिए चलाई गईं।
- पीएम ने विपक्ष पर चुटकी लेते हुए कहा कि जब बुखार होता है तो लोग कुछ भी बोलते हैं, जब हताशा छा जाती है तब लोग कुछ भी बोलते हैं। जो जन्म भी नहीं लिए थे ऐसे 10 करोड़ लोग सरकारी खजाने से योजनाओं का फायदा ले रहे थे। हमने इन 10 करोड़ फर्जी नामों को हटाया और असली लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाया। ये फर्जी लोग जब हटे तब करीब 3 लाख करोड़ रुपया गलत हाथों में जाने से बच गया।
- पीएम ने कहा कि हमने सरकारी खरीद में तकनीक का प्रयोग किया और जैम पोर्टल से जो खरीददारी हुई वो आम खरीद से कम में हुई और 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई। स्वच्छता मिशन के कारण हाल के वर्षों से सिर्फ सरकारी दफ्तरों से बेचे गए कबाड़ से 2300 करोड़ रुपए मिले।
- पीएम मोदी ने कहा कि हमने इथेनॉल ब्रांडिंग का अभियान चलाया क्योंकि हमे एनर्जी आयात करना पड़ता है। इस एक फैसले से 1 लाख करोड़ रुपये का फर्क पड़ा है। और ये पैसे किसानों की जेब में गए हैं। पहले अखबारों में लाखों के घोटाले की बात होती थी। 10 साल हो गए, घोटाले न होने के कारण लोगों के लाखों करोड़ रुपये बचे हैं जो जनता की सेवा में लगे हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि हमने जो अलग-अलग कदम उठाए और इससे जो पैसे बचे, उनका उपयोग हमने शीश महल बनाने के लिए नहीं बल्कि देश बनाने के लिए किया है। इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट 10 साल पहले एक लाख 80 हजार करोड़ था। जो कि आज 11 लाख करोड़ है। रोड, हाइवे, रेलवे, ग्राम सड़क, इन सभी के लिए विकास की एक मजबूत नींव रखी गई है।
- पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का फायदा जिन लोगों ने लिया है, वैसे लोगों के 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये बचे हैं। जन औषधि केंद्र से दवाई लेने वाले लोगों का करीब 30 हजार करोड़ रुपए का खर्च बचा है। UNICEF का कहना है कि जिसके घर में टॉयलेट है उन्हें सालाना 70 हजार रुपये की बचत हुई है। WHO का कहना है कि नल से जल मिलने के कारण परिवारों के अन्य बीमारियों में खर्च होने वाले 40 हजार रुपये बचे हैं।
- पीएम ने कहा कि करोड़ों लोगों को मुफ्त अनाज से लोगों के हजारों रुपये बचते हैं। पीएम सूर्य घर योजना से लोगों के 25 से 30 हजार रुपये बच रहे हैं। हमने LED बल्ब का अभियान चलाया था। 400 रुपये के बल्ब 40 रुपये में हो गए। बिजली की बचत हुई और उजाला भी ज्यादा हुआ। इसमें देश के लागों के 20 हजार करोड़ रुपये बचे। सॉइल कार्ड से किसानों को प्रति एकड़ 30 हजार रुपये की बचत हुई है।
- पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में दो लाख रुपये पर इनकम टैक्स माफ था। आज 12 लाख रुपये संपूर्ण रूप से इनकम टैक्स से मुक्त है। स्टैंडर्ड डिडक्शन के 75 हजार जोड़कर 1 अप्रैल से सैलरीड क्लास को 12.75 लाख रुपये तक कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा।