Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 07, 2025, 08:54 IST
Varanasi News:वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि राजेन्द्र गुप्ता और उनके पूरे फैमिली के मर्डर की प्लानिंग दोनों भाइयों ने दो साल पहले की थी.इसके लिए विक्की और जुगनू ने बिहार से पिस्टल खरीदा था ...और पढ़ें
वाराणसी सामूहिक हत्याकांड के आरोपी गिरफ्तार
वाराणसी: यूपी के वाराणसी में गुप्ता फैमिली के सामूहिक हत्याकांड का पूरा सच सामने आ गया है. पुलिस ने इस मामले में राजेंद्र गुप्ता के भतीजे विक्की और जुगनू को गिरफ्तार कर किया है. दोनों भतीजों ने ही राजेन्द्र गुप्ता सहित उनकी पत्नी नीतू और तीनों बच्चों का मर्डर किया था. हत्या के करीब 3 महीने बाद वाराणसी पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है.
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि राजेन्द्र गुप्ता और उनके पूरे फैमिली के मर्डर की प्लानिंग दोनों भाइयों ने दो साल पहले की थी. इसके लिए विक्की और जुगनू ने बिहार से पिस्टल खरीदा था और फिर 4 नवंबर की देर रात दोनों भाइयों ने प्लान के तहत राजेन्द्र गुप्ता सहित 5 लोगो की हत्या की.
ईमेल से करता था बात
इस हत्या के बाद जुगनू और विक्की दोनों ईमेल और इंस्टाग्राम के जरिए बातचीत करते रहे. मोहित अग्रवाल ने बताया कि आज जब विक्की पैसे लेने के लिए जुगनू के पास आया तो तभी पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के बाद इस हत्या से जुड़े सारे राज खुल गए.
अलग अलग शहर भटकता रहा विक्की
पुलिस के मुताबिक, इस हत्याकांड के बाद विक्की अलग-अलग शहरों में घूमता रहा. पुलिस उस तक न पहुंच सकें इसके लिए वो मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी नहीं कर रहा था. वो सिर्फ ईमेल के जरिए अपने भाई से सम्पर्क में था.
इस कारण की हत्या
बताते चलें कि साल 1997 में राजेंद्र के भाई कृष्ण कुमार गुप्ता और उनकी पत्नी मंजू गुप्ता की भी घर में गोली मारकर हत्या हुई थी. इसके बाद कृष्ण कुमार के दोनों बेटे विक्की और जुगनू उर्फ प्रशांत के साथ उसकी बहन डॉली की पूरी जिम्मेदारी राजेन्द्र ही उठा रहे थे. इस दौरान राजेन्द्र विक्की और जुगनू को खूब पीटते भी थे. माता-पिता के हत्या का बदला लेने के लिए ही विक्की और जुगनू ने गुप्ता फैमिली का काम तमाम कर दिया.
Location :
Varanasi,Uttar Pradesh
First Published :
February 07, 2025, 08:54 IST
वाराणसी के गुप्ता फैमिली हत्याकांड से उठा पर्दा, अपने ही निकले हत्यारे