Last Updated:January 18, 2025, 18:48 IST
महाराष्ट्र में 6 लेन नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट को राज्य के प्रमुख शक्तिपीठों, मंदिरों और तीर्थ स्थानों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए बनाया जा रहा है.
नई दिल्ली. देश के अलग-अलग हिस्सों में एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र में नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे को तैयार किया जा रहा है. खास बात है कि 802 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के तैयार होने से 18 से 20 घंटे का सफर महज आठ से 10 घंटे में पूरा हो जाएगा. आइये आपको बताते हैं यह एक्सप्रेसवे किन शहरों से गुजरेगा.
6 लेन नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC)ने पर्यावरण संबंधी मंजूरी के लिए नए सिरे से आवेदन दिया है. महाराष्ट्र में यह रोड परियोजना राज्य के प्रमुख शक्तिपीठों, मंदिरों और तीर्थ स्थानों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए बनाई जा रही है.
शक्तिपीठ एक्सप्रेस महाराष्ट्र में पवनार (वर्धा जिला) से शुरू होकर महाराष्ट्र-गोवा सीमा पर पात्रादेवी पर समाप्त होगा. यह एक्सप्रेसवे यवतमाल, नांदेड़, लातूर, सोलापुर, कोल्हापुर और सिंधुदुर्ग सहित कई जिलों से होकर गुजरेगा.
802 किलोमीटर की लंबाई के साथ यह एक्सप्रेसवे महाराष्ट्र में 701 किलोमीटर लंबे नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे से बड़ा हो जाएगा.
इस एक्सप्रेसवे से नागपुर और गोवा के बीच यात्रा का समय मौजूदा 18-20 घंटे से घटकर केवल 8-10 घंटे होने की उम्मीद है.
इस सड़क परियोजना को विदर्भ और मराठवाड़ा में काफी समर्थन मिला है, लेकिन सांगली और कोल्हापुर जिलों में कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि, यहां पर्यावरणीय प्रभाव और कृषि भूमि के नुकसान को लेकर लोगों के बीच चिंता बनी हुई है. हालांकि, राज्य सरकार इन सभी मुद्दों को हल करने के लिए तेजी से काम कर ही है.
बता दें कि महाराष्ट्र में कुछ खास एक्सप्रेसवे पर काम जारी है. इनमें जालना-नांदेड़ समृद्धि एक्सप्रेसवे, चिरले-पन्ना देवी कोंकण एक्सप्रेसवे और पुणे छत्रपति संभाजी नगर एक्सप्रेसवे शामिल हैं, साथ ही देश का सबसे लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी राज्य को काफी फायदा होने की उम्मीद है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
January 18, 2025, 18:48 IST