मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में 'ऑपरेशन टाइगर' से एक नया भूचाल आ गया है। देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता उदय सामंत के बयान से उद्धव ठाकरे के खेमे में खलबली मची हुई है। उन्होंने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना के कई विधायक और सांसद एकनाथ शिंदे की शिवसेना के संपर्क में हैं और जल्द ही पार्टी में एक बड़ी फूट पड़ने वाली है। उदय सामंत के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ नेता संजय राउत का बयान सामने आया है।
शिंदे गुट के दावों में सच्चाई नहीं-संजय राउत
संजय राउत ने दावा किया है कि शिंदे गुट चाहे जो भी दावा करे लेकिन उनके दावों में कोई सच्चाई नहीं है। कल ही हमारे पार्टी दफ़्तर का पार्लियामेंट में उद्घाटन हुआ। वहां हमारे सभी सांसद मौजूद थे। संजय राउत ने कहा कि शिंदे शिवसेना ऑपरेशन टाइगर की चिंता करने के बजाए ख़ुद की चिंता करे, क्योंकि शिंदे की शिव सेना को भारतीय जनता पार्टी हर रोज़ अपमानित कर रही है। देवेंद्र फडणवीस हर रोज़ उनका ऑपरेशन कर रहे हैं। शिंदे शिवसेना बीजेपी के पेट में अपेंडिक्स की तरह है और कब उसको निकाल कर बाहर फेंका जाएगा इसकी वह चिंता करें।
उदय सामंत ने किया दावा किया?
बता दें कि उदय सामंत ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे के कई विधायक, सांसद, पूर्व विधायक एवं पूर्व सांसद डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन टाइगर' 3 महीने के अंदर सफल होगा। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में जो विकास का काम हुआ उससे लोग खुश हैं। लोगों को यह अहसास हुआ कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में काम करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि अगले तीन महीने में जो पूर्व विधायक उद्धव ठाकरे के पार्टी में हैं वे जल्द ही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व छोड़कर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व को अपना लेंगे।