नई दिल्ली. हिंदी सिनेमा की कई ऐसी सदाबहार फिल्में हैं, जिन्हें दर्शकों ने एक बार देखा तो वो न तो उस फिल्म की कहानी की भूल सके और न ही गानें. साल 1987 में एक फिल्म आई, जो बॉलीवुड की पहली फिक्शनल फिल्म कहलाई. ये वो दौर था जब ‘बाजीगर’ को लोगों ने काफी प्यार दिया. लेकिन, उसी दौर में एक फिल्म आई, जिसने बॉलीवुड का पूरा ट्रेंड ही बदल दिया. फिल्म में सिर्फ एक्टर और एक्ट्रेस ने ही नहीं, एक कॉकरोच ने भी ऐसी एक्टिंग की वो भी सुर्खियों में छा गया.
आज के दौर में पर्दे पर काफी कुछ एनिमिशन के जरिए बहुत आसानी से संभव हो जाता है. लेकिन, 37 साल पहले एक ऐसी फिल्म आई, जिसमें डायरेक्टर ने कॉकरोच से एक्टिंग करा ली. जिस फिल्म के जिक्र कर रहे हैं, वो फिल्म है साल 1987 में आई ‘मिस्टर इंडिया’. फिल्म में लीड हीरो अनिल कपूर और लीड एक्ट्रेस श्रीदेवी ने निभाया था. फिल्म में अमरीश पुरी ने ‘मुकेंबो’ बन खूब सुर्खियां लूटी थीं.
कैसे शूट हुआ था कॉकरोच सीन
फिल्म में कैसे डायरेक्टर शेखर कपूर ने ये सीन शूट किया. इसका जिक्र उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान किया था. डेली पोस्ट के साथ एक बातचीत में उन्होंने फिल्म के शूट के दिनों को याद किया था. फिल्म में कॉकरोच का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया था कि फिल्म में एक सीन था कि कॉकरोच श्रीदेवी का पीछा करता है. इस सीन के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.
IMDb ने इस फिल्म को 10 में से 7.7 रेटिंग दी है.
जब क्लिक हुआ शराब पिलाने का आइडिया
शेखर कपूर ने बताया था कि हर कोई इस मशक्कत में था कि कॉकरोच से श्रीदेवी के पीछे भागने की एक्टिंग कैसे करवाई जाए. हर कोई इसी जुगत में लगा था. तभी फिल्म के सिनेमैटोग्राफर बाबा आजमी के दिमाग में एक आइडिया आया और उन्होंने उस बात को शेयर कर दिया. बाबा ने शेखर से कहा कि कॉकरोच को शराब पिला देते हैं, जिससे वो नशे में आएगा. शेखर कपूर को ये आइडिया रास आ गया. बस फिर क्या था. दोनों ने कॉकरोच के सामने थोड़ी सी रम गिरा दी और कुछ देर बाद सच में कॉकरोच ने उसकी कुछ बूंदें पी लीं. थोड़ी देर बाद कॉकरोच को सच में नशा होने लगा. तभी श्रीदेवी के पीछे भागने की एक्टिंग भी करने लगे और वो सीन करना मेकर्स के लिए आसान हो गया. उन्होंने जिक्र किया कि कॉकरोच को शराब पसंद आई और फिर उसने उनके मन मुताबिक एक्टिंग भी कर ली.
किरदार भी लोगों के दिलों में बसे
फिल्म के किरदार लोगों के जहन में आज भी बसे हैं, ‘मोगैंबो’, ‘मिस हवा हवाई’, ‘कैलेंडर’ और तो और ‘मोगैंबो’ के लेफ्ट और राइड हैंड माने जाने वाले ‘डागा’ और ‘तेजा’ भी लोगों को आज तक याद हैं. शेखर कपूर की ये दूसरी फिल्म थी, जिसको उन्होंने डायरेक्ट की. इस फिल्म के बाद वो इतने पॉपुलर हुए कि उन्हें हॉलीवुड से भी ऑफर आने लगे थे.
फिल्म के लेखक सलीम-जावेद ने इस फिल्म की कहानी साल 1980 में ही लिख दी थी.
बॉक्स ऑफिस पर खूब की कमाई
फिल्म के बजट लगभग 3 करोड़ रखा गया था और भारत में इस फिल्म ने 5 करोड़ रुपये की कमाई की थी और फिल्म का वर्ल्डवाइड कलेक्शन 10 करोड़ रुपये रहा था. ये फिल्म साल 1987 में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली दूसरी फिल्म बनी थी. ‘मिस्टर इंडिया’ से पहले फिल्म ‘हुकुमत’ थी, जिसका कलेक्शन सबसे ज्यादा था.
साल 1980 में ही लिखी गई थी फिल्म की कहानी
फिल्म भले 1987 में रिलीज हुई हो, लेकिन फिल्म के लेखक सलीम-जावेद ने इस फिल्म की कहानी साल 1980 में ही लिख दी थी. उन्होंने इस फिल्म को अमिताभ बच्चन को ध्यान में लिखकर लिखी थी, लेकिन जब उन्होंने फिल्म की कहानी एक्टर को सुनाई तो उन्होंने स्क्रीन पर नहीं दिख पाने की वजह से फिल्म को मना कर दिया, जिसके बाद सलीम-जावेद काफी दुखी भी हुए थे. इसके बाद जब बोनी कपूर ने उनकी कहानी को सुना तो उन्हें ये आइडिया पसंद आया और उन्होंने फिल्म को बनाने का मन बना लिया.
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FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 14:12 IST